रांची: हेमंत सोरेन कैबिनेट का सोमवार को विस्तार

हेमंत सोरेन की मंत्रिमंडल में हाल ही में विस्तार किया गया है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को एक बार फिर से मंत्री के रूप में शामिल किया गया है। इस विस्तार के माध्यम से हेमंत सोरेन ने कांग्रेस कोटे से विभिन्न नेताओं को मंत्री पदों पर नियुक्त किया है। यह नया मंत्रिमंडल पार्टी के राजनीतिक दिशाओं और विधायकों के संतुलन को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

चंपाई सोरेन, जो पहले भी हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री रह चुके हैं, इस बार कैबिनेट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दूसरे स्थान पर होंगे। उन्हें इस मंत्रिमंडल के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है, जिससे पार्टी के विभिन्न विधायकों के साथ संवाद और समझौते का मार्ग प्राप्त होगा।
चंपाई सोरेन के बाद कांग्रेस कोटे से लोहरदगा विधायक रामेश्वर उरांव ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने अपने सांसदीय क्षेत्र में विकास के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है और अपने क्षेत्र के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है।

इसके बाद आरजेडी के इकलौते विधायक सत्यानंद भोक्ता ने भी एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली। उनकी शामिलता से रांची क्षेत्र के विकास में नई ऊर्जा और सामर्थ्य आया है।
पिछली सरकार में मंत्री रहे बादल पत्रलेख को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है। यह राजनीतिक मामला पार्टी और राज्य की राजनीतिक दिशाओं पर भी असर डालेगा।


वहीं, जेएमएम से बैद्यनाथ राम को इस बार कैबिनेट में जगह दी गई है, जो पिछली बार चंपाई सोरेन की सरकार में अंतिम समय में ड्राप कर दिया गया था। इस बार उन्हें बड़े अधिकार और सम्मान के साथ मंत्री के रूप में शामिल किया गया है।
राजभवन ने न्योता जाने के बाद भी मंत्री नहीं बनाये जाने से बैद्यनाथ राम नाराज हो गए थे, बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने उनको आगे कैबिनेट विस्तार होने पर मंत्री बनाये जाने का भरोसा दिया था, इस बार उन्हें हेमंत सोरेन ने अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है।
दीपक बिरूआ को एक बार फिर से सरकार में मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस कोटे से इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह पहली बार मंत्री बने हैं। मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल अंसारी और बेबी देवी भी हेमंत कैबिनेट में एक बार फिर से मंत्री बने हैं।
इस मंत्रिमंडल के विस्तार ने राज्य की राजनीतिक दिशाओं में नए संकेत प्रदान किए हैं, जिससे पार्टी के नेताओं और विधायकों के बीच समन्वय और संवाद का मार्ग प्राप्त होगा। इस मंत्रिमंडल