अदाणी फाउंडेशन के समर कैंप में बच्चों ने सीखी रचनात्मकता, स्वच्छता और जल संरक्षण की पाठशाला

उत्थान कार्यक्रम के अंतर्गत गोड्डा के छह सरकारी स्कूलों में चला प्रेरक शिक्षा अभियान
गोड्डा, 23 मई 2025: गर्मी की छुट्टियों को बच्चों के लिए रचनात्मक और ज्ञानवर्धक बनाने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन ने अपने ‘उत्थान’ कार्यक्रम के तहत गोड्डा ज़िले के छह सरकारी विद्यालयों में समर कैंप का आयोजन किया। यह पहल न केवल बच्चों के कौशल विकास का माध्यम बनी, बल्कि उन्हें स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों से भी जोड़ा।

पावर प्लांट के निकटवर्ती गांवों में हुआ आयोजन
गोड्डा जिले के मोतिया, डुमरिया, बक्सरा, कौड़ीबहियार, परासी और सोनडीहा गांवों के विद्यालयों में यह समर कैंप 19 से 24 मई 2025 तक आयोजित किया गया। इन स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के 500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर इस शिविर को जीवंतता प्रदान की।

हर सुबह सीखने का नया सवेरा

प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 10 बजे तक आयोजित इस कैंप में बच्चों को पारंपरिक पढ़ाई से हटकर व्यावहारिक और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सीखने का अवसर दिया गया। मुख्य गतिविधियों में शामिल रहे:


•बैज डिज़ाइन व यूनिफॉर्म सज्जा
•स्कूल परिसर की सफाई और सजावट
•बिजली की मूलभूत जानकारी
•जल संरक्षण की तकनीकें
मनी मैनेजमेंट और वित्तीय अनुशासन
इन अभ्यासों ने बच्चों में टीमवर्क, आत्म-अभिव्यक्ति, नेतृत्व, रचनात्मकता और पर्यावरणीय चेतना को निखारा।
जिला शिक्षा अधीक्षक ने बढ़ाया उत्साह
समर कैंप के उद्घाटन समारोह में जिला शिक्षा अधीक्षक दीपक कुमार ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहल न सिर्फ बच्चों को सीखने का व्यावहारिक मंच देती है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की ओर भी प्रेरित करती है। अदाणी फाउंडेशन की यह कोशिश प्रशंसनीय और अनुकरणीय है।
अगला सत्र जल्द – अनुभव होगा और भी समृद्ध
अदाणी फाउंडेशन ने जानकारी दी कि समर कैंप का अगला सत्र 30 मई से 4 जून 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें बच्चों को और भी रोचक गतिविधियों और ज्ञानवर्धक विषयों से जोड़ा जाएगा। इस दूसरे चरण में डिजिटल साक्षरता, स्वस्थ आदतों, और सामुदायिक सहभागिता जैसे पहलुओं पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
समुदाय आधारित शिक्षा का अभिनव उदाहरण
अदाणी फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह समर कैंप सिर्फ एक छुट्टी शिविर नहीं, बल्कि ग्रामीण सरकारी स्कूलों में शिक्षा के प्रति एक नई सोच और दृष्टिकोण की मिसाल है – जहाँ सीखना मज़ेदार, जीवनोपयोगी और सामाजिक रूप से उपयोगी बनता है।