गिरिडीह हिंसा: भाजपा की साजिश नाकाम, समाज को बांटने की कोशिश सफल नहीं होगी – विनोद पांडेय

binod pandey
Share Link

रांची : घोड़थंबा हिंसा मामले पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसक घटनाओं की आड़ में समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन प्रशासन की तत्परता ने इस साजिश को नाकाम कर दिया।

Maa RamPyari Hospital

“प्रशासन ने गिरिडीह में हिंसा फैलाने की साजिश नाकाम की” : विनोद पांडेय ने कहा कि होली के दिन घोड़धम्बा में हिंसा फैलाने की कोशिश की गई थी, लेकिन जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई कर हालात को काबू में किया। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हर घटना को राजनीतिक रंग देकर भाजपा अपनी रोटी सेंकने का काम कर रही है।

“भाजपा का असली चेहरा उजागर, इनके पास कोई विकास का एजेंडा नहीं” : उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का कोई विकास एजेंडा नहीं है, इसलिए वह सिर्फ धार्मिक और जातिगत नफरत फैलाने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता गरीबों, मजदूरों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की भलाई के लिए कभी आगे नहीं आते। वे सिर्फ पूंजीपतियों की राजनीति करते हैं।

Maa RamPyari Hospital

“असामाजिक तत्वों की कोई धर्म-जाति नहीं होती, भाजपा कानून पर भरोसा रखे” : पांडेय ने कहा कि अपराधी का कोई धर्म और जाति नहीं होती, प्रशासन को निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करने देना चाहिए। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि “भाजपा प्रशासन पर दबाव बनाकर समाज को बांटने की राजनीति कर रही है, लेकिन जनता अब इनकी साजिश समझ चुकी है।”

“भाजपा ने सांप्रदायिक मानसिकता अपना ली है” : झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा हर मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करती है क्योंकि उनके पास राज्य के विकास के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य लगातार प्रगति कर रहा है, जो भाजपा को हजम नहीं हो रहा।

bhavya-city

“राज्य में कानून-व्यवस्था मजबूत, प्रशासन को कार्रवाई करने दें” : उन्होंने साफ कहा कि झारखंड सरकार कानून के मुताबिक काम कर रही है और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार, प्रशासन सिर्फ अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए ही नहीं बल्कि अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।

आगे क्या? : झामुमो ने भाजपा पर समाज को बांटने की साजिश का आरोप लगाया। भाजपा ने एफआईआर को तुष्टिकरण से प्रभावित बताया था, जिस पर अब झामुमो ने जवाब दिया है। गिरिडीह हिंसा का मामला तूल पकड़ चुका है, आने वाले दिनों में सियासत और गरमा सकती है।

आपकी राय? : क्या आपको लगता है कि झारखंड में राजनीतिक दल कानून-व्यवस्था के मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रहे हैं? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!

(लेटेस्ट अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट विजिट करें और हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फॉलो करें!)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *