जमशेदपुर: बागबेड़ा गोलीकांड में शामिल पांच आरोपी गिरफ्तार, एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद

22 वर्षीय आशीष भगत की हत्या के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को धर दबोचा, साइ रथ यात्रा के डांस को लेकर हुआ था विवाद
जमशेदपुर: बागबेड़ा थाना क्षेत्र में बीते 11 जुलाई की रात गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए 22 वर्षीय युवक आशीष भगत की मौत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। बागबेड़ा पुलिस ने हत्या में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनके पास से एक देसी कट्टा और दो 8 एमएम की जिंदा कारतूस भी बरामद की गई है।

गिरफ्त में आए आरोपी
- राहुल यादव उर्फ छोटू
- रंजन कुमार सिंह
- विजय शंकर सिंह उर्फ बाबु टेपर
- सुरज कुमार दास उर्फ बुढ़ा
- शुभम कुमार उर्फ कल्लू
पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी बागबेड़ा थाना क्षेत्र के किताडीह ग्वालापट्टी और साई मंदिर के आसपास के रहने वाले हैं। इनमें से कुछ अपराधियों का पूर्व आपराधिक इतिहास भी रहा है।

हत्या का कारण: साइ रथ यात्रा का विवाद
इस पूरे हत्याकांड की जड़ें 9 जुलाई को निकली साइ रथ यात्रा से जुड़ी हैं। एसएसपी प्रभात कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि साइ रथ यात्रा के दौरान डांस को लेकर मृतक आशीष और आरोपियों के बीच विवाद हुआ था। यह विवाद धीरे-धीरे तनाव में बदल गया और आरोपियों ने बदला लेने की नीयत से आशीष पर हमला किया।
आरोपी थे बड़ी साजिश की तैयारी में
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सभी आरोपी नागाडीह फुटबॉल मैदान के पास किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इसके बाद वे बिहार भागने की योजना बना रहे थे। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और पांचों को गिरफ्तार कर लिया।

बरामद हथियार और सबूत
- 1 देसी कट्ट
- 2 जिंदा कारतूस (8 एमएम)
- कुछ आपत्तिजनक सामान और मोबाइल फोन

एसएसपी ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया गया है, जिससे साफ होता है कि यह सुनियोजित हत्या थी, न कि कोई अचानक हुई घटना।
पुलिस की तत्परता से खुला मामला
इस पूरे मामले में बागबेड़ा पुलिस, खुफिया शाखा, और नगर डीएसपी के संयुक्त प्रयासों से आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका। एसएसपी ने टीम की सराहना की और कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस की सक्रियता अपराधियों के हौसले तोड़ने में मदद करती है।
स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी के बाद इलाके में राहत की सांस ली गई है, लेकिन आशीष की मौत से क्षेत्र में गम और गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से गश्ती बढ़ाने और असामाजिक तत्वों पर निगरानी की मांग की है।
बागबेड़ा गोलीकांड में मृतक आशीष भगत को न्याय दिलाने की दिशा में पुलिस ने अहम कदम उठाया है। पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी और हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी पुलिस की सतर्कता और सजगता को दर्शाता है। अब न्याय प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई होगी, और आमजन को उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
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