पारस एचईसी अस्पताल, रांची में विश्व हृदय दिवस पर निःशुल्क हृदय स्वास्थ्य जांच शिविर: 300 से अधिक लोगों ने लिया भाग

रांची : पारस एचईसी अस्पताल, रांची में 29 सितंबर 2024 को विश्व हृदय दिवस के अवसर पर आयोजित निःशुल्क हृदय स्वास्थ्य जांच शिविर में 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस शिविर का उद्घाटन झारखंड पुलिस के आईजी (मुख्यालय एवं मानव संसाधन) मनोज कौशिक ने किया। उद्घाटन के दौरान उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि हृदय रोगों से बचा जा सके और समय पर चिकित्सा परामर्श लिया जा सके। उन्होंने हृदय के महत्व और स्वस्थ जीवनशैली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा दिल दिनभर में 1 लाख से ज्यादा बार धड़कता है और हमें इसे स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समय पर डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है, और यदि स्वास्थ्य की कोई समस्या हो तो इसमें देरी न करें।


विशेषज्ञों की सलाह:
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश कुशवाह ने बताया कि दिल की सेहत के लिए हर दिन 20-30 मिनट नियमित व्यायाम करना आवश्यक है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि छोटी-छोटी आदतों से दिल की सेहत में बड़ा सुधार लाया जा सकता है।

पारस अस्पताल के मार्केटिंग हेड मानस लाभ ने कहा कि डॉक्टर और पुलिसकर्मी समाज की भलाई के लिए लगातार काम कर रहे हैं। अगर हम अपनी युवावस्था में स्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं, तो हम बड़े होने पर भी बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकते हैं। उनके अनुसार, हृदय रोग और अन्य बीमारियों से बचने के लिए स्वस्थ खानपान, व्यायाम, और तनाव कम करने वाली गतिविधियों को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ. नितेश ने कहा कि हृदय रोगों को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के रूप में देखा जाता है। तले-भुने भोजन और अत्यधिक वसा से बचने के साथ, स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम करना जरूरी है।

डॉ. कुँवर अभिषेक आर्य ने बताया कि जीवनशैली में बदलाव करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि कार और स्कूटर की जगह जहां संभव हो, हमें साइकिल का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने शिविर में आए लोगों के सवालों का जवाब देते हुए उन्हें हृदय की देखभाल के कई तरीके बताए।

शिविर में उपलब्ध सुविधाएं:
- हृदय और आहार संबंधी परामर्श : मरीजों को उनकी हृदय सेहत और आहार संबंधी सलाह दी गई।
- रैंडम ब्लड शुगर : ब्लड शुगर के स्तर की जांच की गई, जो हृदय से जुड़े जोखिमों का संकेत हो सकता है।
- ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) : यह हृदय की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है, जिससे हृदय की धड़कन और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी मिलती है।
- इको (इकोकार्डियोग्राफी) : हृदय के अल्ट्रासाउंड से हृदय की संरचना और कार्यप्रणाली की जांच की गई।
- टीएमटी (ट्रेडमिल टेस्ट) : यह हृदय की फिटनेस और सहनशक्ति की जांच करने के लिए किया गया, जिसमें ट्रेडमिल पर चलने के दौरान हृदय की गतिविधियों को मापा गया।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को हृदय से जुड़ी बीमारियों और हृदय की देखभाल के बारे में जागरूक करना था। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर आयोजित इस शिविर में लोगों को निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर यह संदेश दिया गया कि हृदय की सेहत का ध्यान रखना जरूरी है, और इसे सुधारने के लिए जीवनशैली में छोटे लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव किए जा सकते हैं।