सरला बिरला पब्लिक स्कूल का प्रेरक प्रयास: भिन्नताओं में सौंदर्य का संदेश

दिव्यांग दिवस पर मैत्री फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन

रांची: सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर एक ऐसा प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया, जो समाज में समावेशिता, समानता और संवेदनशीलता के महत्व को रेखांकित करता है। विद्यालय परिसर में आयोजित मैत्री फुटबॉल टूर्नामेंट में न केवल खेल भावना का प्रदर्शन हुआ, बल्कि भिन्नताओं के प्रति सम्मान और एकजुटता का संदेश भी दिया गया।
इस आयोजन में विभिन्न प्रतिष्ठित स्कूलों और संस्थानों की टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें डीएवी नीरजा सहाय, विवेकानंद विद्या मंदिर, सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी स्कूल, होली क्रॉस स्कूल, और दीपशिखा-इंस्टीच्युट फाॅर चाइल्ड डेवेलपमेंट एंड मेंटल हेल्थ की टीमों ने भाग लिया। ये सभी टीमें न केवल अपनी खेल क्षमता के लिए जानी जाती हैं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और सहयोग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भी स्पष्ट रूप से दिखाई दी।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के डिपार्टमेंट ऑफ स्पोर्ट्स एंड यूथ अफेयर्स के खेल निदेशक संदीप कुमार उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में एसओबी झारखंड के सहायक क्षेत्रीय निदेशक श्री सतबीर सिंह सहोता ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। दोनों अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे सामाजिक समावेशिता और संवेदनशीलता के प्रचार-प्रसार का एक सशक्त माध्यम बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत भव्य बिहू नृत्य की प्रस्तुति से हुई, जो भारतीय संस्कृति की विविधता और सौंदर्य का प्रतीक है। इसके बाद, सरला बिरला पब्लिक स्कूल के एनसीसी कैडेटों के नेतृत्व में प्रतिभागी स्कूलों के बच्चों ने एक विशेष मार्च पास्ट में भाग लिया। यह मार्च पास्ट न केवल अनुशासन और समर्पण का प्रदर्शन था, बल्कि प्रतिभागियों के बीच आपसी सहयोग और सम्मान का प्रतीक भी था।


सबसे रोमांचक हिस्सा मैत्री फुटबॉल टूर्नामेंट रहा। इस टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम में विभिन्न स्कूलों के छात्र और दीपशिखा के विशेष छात्र शामिल थे। यह समावेशी प्रयास एक अनूठा उदाहरण था, जिसने यह दर्शाया कि भिन्नता किसी बाधा का नहीं, बल्कि सौंदर्य और सामंजस्य का प्रतीक हो सकती है। प्रतिभागियों ने न केवल खेल भावना का परिचय दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि सहयोग और एकजुटता के माध्यम से हम सामाजिक सीमाओं को पार कर सकते हैं।
कार्यक्रम के समापन पर सरला बिरला पब्लिक स्कूल की प्राचार्या परमजीत कौर ने छात्रों और दर्शकों को संबोधित करते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस दुनिया को सभी के लिए एक सुंदर और सुखद स्थान बनाने के लिए हमें भिन्नताओं को स्वीकार करना और उनका सम्मान करना सीखना चाहिए। उन्होंने एसडीजी लक्ष्य 10 (असमानताओं को कम करना) का जिक्र करते हुए बताया कि यह लक्ष्य समाज में समानता और समावेशिता को बढ़ावा देने का आह्वान करता है।

प्राचार्या ने छात्रों को यह समझाया कि जब हम दूसरों की मदद करते हैं और उनके साथ खड़े होते हैं, तो हम न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाते हैं, बल्कि समाज को भी समृद्ध करते हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे जरूरतमंदों के लिए एक सहारा बनें और हमेशा एक कदम आगे बढ़कर सहायता प्रदान करें।
यह आयोजन सरला बिरला पब्लिक स्कूल के दृष्टिकोण और मूल्यों को प्रदर्शित करता है, जिसमें भिन्नताओं को अपनाने और समानता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता झलकती है। इस कार्यक्रम ने न केवल खेल के प्रति उत्साह जगाया, बल्कि यह भी सिखाया कि समाज में सभी का योगदान मूल्यवान है, चाहे उनकी क्षमताएं या परिस्थितियां कैसी भी हों ।
सरला बिरला पब्लिक स्कूल का यह प्रयास न केवल छात्रों को एक बेहतर और अधिक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देता है कि समावेशिता और सहयोग से हम एक मजबूत और खुशहाल समाज का निर्माण कर सकते हैं।

इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब भिन्नताओं को सम्मान और सहयोग के साथ अपनाया जाता है, तो वे सौंदर्य और सामंजस्य का प्रतीक बन जाती हैं। दिव्यांग दिवस पर आयोजित यह मैत्री फुटबॉल टूर्नामेंट एक ऐसा प्रयास था, जिसने सामाजिक समावेशिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।