बोकारो के चास नगर निगम में जल्द शुरू होगा गैस आधारित विद्युत शवदाह गृह

बोकारो: झारखंड के नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा चास नगर निगम क्षेत्र के श्मशान घाट में गैस फायर आधारित विद्युत शवदाह गृह की स्थापना की गई है। यह शवदाह गृह पिछले एक साल से बनकर तैयार था, लेकिन संचालन शुरू नहीं हो पा रहा था। अब चास नगर निगम ने एजेंसी का चयन कर लिया है, और एक हफ्ते के अंदर इसे चालू कर दिया जाएगा।

गैस शवदाह गृह से मिलेगा लाभ
•लकड़ी के बजाय गैस का उपयोग होने से पर्यावरण संरक्षण होगा।

•एक शव को जलने में सिर्फ 45 मिनट का समय लगेगा।
•प्रति शव 15 किलो गैस की खपत होगी।


•लावारिस शवों का अंतिम संस्कार मुफ्त में किया जाएगा।
•लोगों को समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
पर्यावरण को होगा फायदा
अभी शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का उपयोग किया जाता है, जिससे प्रदूषण बढ़ता है और नदियों का जल भी दूषित होता है। गैस आधारित शवदाह गृह के शुरू होने से यह समस्या दूर होगी और शहर में हरित पहल को बढ़ावा मिलेगा।
तीन साल के लिए निजी कंपनी को सौंपा गया संचालन
इस विद्युत शवदाह गृह का संचालन करने वाले अरविंद कुमार कर्ण ने बताया कि उनकी कंपनी को इसे तीन साल के लिए संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सेवा करना और लोगों को सुविधा प्रदान करना है।
गैस आधारित शवदाह गृह के शुरू होने से बोकारो के लोगों को सस्ते, तेज और पर्यावरण-अनुकूल अंतिम संस्कार की सुविधा मिलेगी, जिससे शहर में स्वच्छता और हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा मिलेगा।