झारखंड पुलिस 16 अप्रैल को करेगी चौथी बार जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन, सभी जिलों में एक साथ होगा कार्यक्रम

रांची, 07 अप्रैल 2025: झारखंड के आम लोगों को न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने की दिशा में एक बार फिर राज्य पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है। राज्यभर में चौथी बार जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 16 अप्रैल 2025 को सुबह 11 बजे से राज्य के सभी जिलों में एक साथ आयोजित होगा।

इस संबंध में झारखंड पुलिस मुख्यालय से सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार, डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी कर कार्यक्रम की तैयारी सुनिश्चित करने को कहा है।
पहले भी मिल चुका है सकारात्मक फीडबैक

इससे पहले यह कार्यक्रम 10 सितंबर 2024, 18 दिसंबर 2024, और 22 जनवरी 2025 को आयोजित किया जा चुका है। तीनों ही मौकों पर राज्यभर के नागरिकों ने बड़ी संख्या में अपनी शिकायतें लेकर कार्यक्रम में भाग लिया था। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर कई मामलों का त्वरित निष्पादन किया और कई मामलों पर तत्काल जांच की प्रक्रिया शुरू की थी।
उसी स्थान पर होगा आयोजन


डीजीपी कार्यालय के अनुसार, इस बार भी समाधान शिविर का आयोजन पहले की तरह उन्हीं स्थानों पर किया जाएगा, जहां पिछले बार यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इससे लोगों को स्थल को पहचानने में कोई परेशानी नहीं होगी और वे आसानी से अपनी शिकायत लेकर वहां पहुंच सकेंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम लोगों की पुलिस से जुड़ी शिकायतों का सीधे और तुरंत समाधान करना है। यह कार्यक्रम खासकर उन मामलों के लिए लाभकारी है जहाँ आम नागरिकों को थाना स्तर पर अपनी बात रखने में कठिनाई होती है या शिकायतों को लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाता है।
डीजीपी का संदेश
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने अपने निर्देश में कहा है कि,
“यह कार्यक्रम आम जनता और पुलिस के बीच विश्वास कायम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे इस कार्यक्रम को गंभीरता से लें और जनता की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर हल करें।”
झारखंड पुलिस द्वारा लगातार चौथी बार जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन यह दिखाता है कि राज्य पुलिस जनसुनवाई और पारदर्शिता को लेकर गंभीर है। ऐसे कार्यक्रमों से न केवल आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि पुलिस व्यवस्था में जनता का विश्वास भी और मजबूत होता है।