भाजपा देश में मनुस्मृति लागू करना चाहती है – विनोद पांडेय

झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य का भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर तीखा प्रहार

रांची, 20 अप्रैल, 2025: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य एवं वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के न्यायपालिका को लेकर दिए गए बयान को लोकतंत्र विरोधी और संवैधानिक मूल्यों पर हमला करार दिया है. श्री पांडेय ने कहा कि भाजपा की असल मंशा देश में मनुस्मृति जैसी व्यवस्था लागू करने की है, जहां समाज के कमजोर, वंचित, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्गों की आवाज को दबाया जाए। उन्होंने कहा –
“चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं पर पहले ही भाजपा का कब्जा हो चुका है। अब भाजपा सुप्रीम कोर्ट के फैसलों पर भी आपत्ति जताकर उसे भी नियंत्रित करना चाहती है।”

भाजपा सांसद का बयान विभाजनकारी – झामुमो
पांडेय ने कहा कि न्यायपालिका देश के करोड़ों गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का अंतिम सहारा है। भाजपा के नेताओं को जब अदालतों से मनमुताबिक निर्णय नहीं मिलता, तो वे दबाव बनाने और संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश करते हैं।


उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सांसद निशिकांत दुबे पूर्व में भी संथाल परगना को झारखंड से अलग करने की बातें कर चुके हैं। यह साफ दर्शाता है कि उनकी सोच विभाजनकारी है और भाजपा देश को भी झारखंड की तरह बांटने की साजिश में जुटी है।
भाजपा करे कार्रवाई, सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान
श्री पांडेय ने मांग की कि भाजपा सांसद को तत्काल बर्खास्त किया जाए और पार्टी इस विषय पर स्पष्ट स्थिति रखे।
“निशिकांत दुबे अकेले नहीं बोल रहे, उनके पीछे भाजपा और आरएसएस की विभाजनकारी मानसिकता काम कर रही है। सुप्रीम कोर्ट को इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”
झामुमो की चेतावनी
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दो टूक कहा कि भाजपा की संविधान विरोधी व सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ वह हर स्तर पर संघर्ष करेगा।
“देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र और संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा के लिए झामुमो किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटेगा।”