खूंटी में अवैध हथियार गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपियों के पास से हथियार, गोलियां, मैगजीन और कैश बरामद, रांची और डोरंडा में भी छापेमारी
खूंटी पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ उनकी कार्रवाई लगातार जारी है। बुधवार को जिले की पुलिस ने अवैध हथियार की खरीद-बिक्री करनेवाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया। कर्रा थाना क्षेत्र के कुलहुटु जंगल के पास से पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया, जो रांची के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोलियां, कैश और मोबाइल बरामद किए गए हैं।

गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
खूंटी एसपी मनीष टोप्पो ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कर्रा थाना क्षेत्र में कुछ लोग अवैध हथियार की खरीद-बिक्री करने के लिए पहुंचे हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए तोरपा एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई और इलाके में छापेमारी की गई। पुलिस टीम ने मौके से तीनों आरोपियों को दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रांची जिले के विभिन्न इलाकों के रहनेवाले युवकों के रूप में हुई है। इनमें जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के अपर हटिया मुस्लिम मोहल्ला निवासी यूनुस खान, अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू आज़ाद हिंद नगर भट्टा मोहल्ला निवासी मोहम्मद शमीम और डोरंडा थाना क्षेत्र के बाजार मोहल्ला निवासी इबरार आलम शामिल हैं।
बरामद हथियार और कैश
छापेमारी के दौरान पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से चार देसी पिस्टल, 44 जिंदा कारतूस, आठ मैगजीन, दो मोबाइल फोन और 66,860 रुपये नगद जब्त किए। यही नहीं, गिरफ्तार आरोपी इबरार आलम की निशानदेही पर रांची के डोरंडा स्थित उसके घर से भी दो पिस्टल, 31 कारतूस, पांच मैगजीन और 52 हजार रुपये नकद बरामद किए गए।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वे लंबे समय से रांची और आसपास के जिलों में अवैध हथियार सप्लाई करने का काम कर रहे थे। पुलिस अब इनके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।

पुलिस की सख्ती से अपराधियों में दहशत
खूंटी पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया है। एसपी ने कहा कि अवैध हथियारों की सप्लाई को पूरी तरह रोकना पुलिस की प्राथमिकता है, क्योंकि ऐसे हथियार अक्सर लूट, हत्या और बड़े अपराधों में इस्तेमाल किए जाते हैं। उन्होंने साफ किया कि जिले में अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा।

छापेमारी दल में शामिल अधिकारी
इस कार्रवाई में तोरपा एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा, तोरपा इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, कर्रा थाना के पुअनि दीपक कांत कुमार, निषा कुमारी, सअनि संदीप मुंडा और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पुलिस की टीम ने संगठित तरीके से छापेमारी कर तीनों आरोपियों को दबोचा।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क न सिर्फ रांची और खूंटी बल्कि आसपास के अन्य जिलों तक फैला हुआ है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से मिले सुराग के आधार पर आगे और बड़ी कार्रवाई की जाएगी।