झारखंड मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना की गड़बड़ी में बड़ा खुलासा।
बोकारो: झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना में भईया कैसे पलीता लगाने का काम कर रहे है इसका जीता जागता उदाहरण झारखंड के बोकारो में देखने को मिला हैं।
बोकारो जिले में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के भौतिक सत्यापन में सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। जहां बोकारो जिले के विभिन्न लाभुकों के 95 आवेदन पलामू जिले के डालटेनगंज के मेदनीनगर स्थित सीएससी वीएलई सुमीत कुमार के आइडी संख्या 542316220013 से किया गया है। इंडसइंड बैंक में ही ऐसे ज्यादतर बैंक खाता बैंक खाता संख्या 100253387047, जिसके खाता धारक का नाम यूसुफ है, पता – पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तरदिनाजपुर, राज्य- पश्चिम बंगाल है। यह आवेदन 21 दिसंबर को बोकारो के चास नगर निगम से 67 तथा गोमिया प्रखंड से 28 आवेदन किया गया थ।
इतना ही नहीं 11 बैंकों के 50 बैंक खाता का हुआ है कई बार इस्तेमाल।इसका खुलासा तब हुआ जब झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के भौतिक सत्यापन कार्य किया जाने लगा ,सत्यापन के दौरान लगातार चौंकाने वाला तथ्य सामने आ रहा है। अब तक हुए सत्यापन में कुल 11 सरकारी एवं निजी बैंकों के 50 ऐसे बैंक खातों को चिन्हित किया गया है, जिनका कई बार आवेदन करने में इस्तेमाल किया गया है। आवेदन के क्रम में एक ही बैंक खाता का 96 बार, 90 बार, 80 बार, 70 बार, 50 बार, 40 बार व 30 बार आदि इस्तेमाल किया गया है। इस कार्य में संलिप्त कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) को भी चिन्हित किया गया है।
इन बैंकों के खातों का किया गया है इस्तेमाल
फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड, इंडसइंड बैंक लिमिटेड बोकारो, बैंक ऑफ बरोदा, आईडीबीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, आइसीआइसीआइ बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक एवं एयरटेल पेमेंट बैंक।
हालांकि प्रखंड विकास पदाधिकारी के लॉगिन आईडी से भी यह आवेदन स्वीकृत हो गए थे लेकिन राशि जब उसमें डाली गई तो यह मामला बैंक से पकड़ में आई। इस मामले के सामने आने के बाद इसकी जांच कराई गई तो जांच में 11200 आवेदन डुप्लीकेट पाए गए हैं।
जिला प्रशासन आवेदन के के कागजातों की भी जांच कर रही है। जिन 95 लाभुकों का आवेदन एक सीएससी से किया गया था, उन लोगों का भी डीटेल्स निकलने का काम किया जा रहा है और यह पता लगाने का काम किया जाएगा की क्या कोई गिरोह इन लाभुकों कागजात का गलत इस्तेमाल कर बंगाल के युसूफ नाम के व्यक्ति के अकाउंट से जोड़ा गया था। बोकारो की डीसी विजया जाधव और डीडीसी गिरजा शंकर प्रसाद ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई थी। इसके बाद मामले की जांच की जा रही है और संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने बताया की राशि अकाउंट में क्रेडिट नहीं हुआ था।
राशि जाने से पहले ही बैंक के द्वारा अलर्ट किया गया और यह मामला सामने आया है।
हालांकि आज भी महिलाएं इस योजना में आवेदन करने को लेकर कार्यालय की चक्कर लगा रही है लेकिन सही महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है महिलाओं ने कहा कि गरीबों को इसका अधिकार मिले और गलत करने वालों पर कार्रवाई हो।