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- हिमंता बिस्वा शर्मा
झारखंड में बाढ़ से ममता बनर्जी घबराईं, झारखंड की गाड़ियों को बंगाल में घुसने से रोक रहीं…

हिमंता विश्वा शर्मा बोले-JMM के लिए राजधर्म से बड़ा राजनीति का धर्म
Mamata Banerjee scared of floods in Jharkhand-बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में झारखंड से जाने वाली गाड़ियों की प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस कारण पूर्वी सिंघभूम में बंगाल से सटे सीमवर्ती इलाकों में भारी वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं हैं। वहीं, भारी वाहन चालकों को इससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्वी सिंघभूम के बॉर्डर इलाके में भारी जाम की समस्या खड़ी हो गईं है। वहीं, इसको लेकर जिला पुलिस हरकत में आ गईं है। पूर्वी सिंघभूम के एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि प्रशासन वस्तु स्थिति पर पुलिस नजर बनाये हुए है। किसी को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर बंगाल से सटे सभी सीमावर्ती थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस और छोटे वाहनों को परेशानी ना हो इसको लेकर बंगाल पुलिस से संपर्क कर उन्हें पास करवाया जा रहा है, ताकि आम लोगों को परेशानी ना हो।

दरअसल, झारखंड से बंगाल में नदियों का पानी लगातार जा रहा है। इससे बंगाल के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे स्थिति उत्पन्न हो गई है। बता दें कि दामोदर नदी को बंगाल का शोक कहा जाता है। बीते हफ्ते लगातार मूसलाधार वर्षा होने के कारण झारखंड की प्रमुख नदियों व डैम के फाटकों को खोलना पड़ा। यहां से अतिरिक्त पानी का बहाव बंगाल में हो रहा है। इसी को लेकर ममता बनर्जी झारखंड सरकार पर दबाव बनाना चाहती हैं।
दब्बूपन न दिखाएं मुख्यमंत्रीः इधर, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा की मुझे लगता है कि झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को इतना दब्बूपन दिखाने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री को झारखंड की जनता के स्वाभिमान की रक्षा करनी चाहिए। पहले भी जिस तरीके से ममता बनर्जी ने झारखंड के मुख्यमंत्री को हड़काया था और अभी फिर हड़का रही हैं तो यह सही नहीं है चुकी झारखंड में बहुत सारे डैम का पानी जो है वह अभी बंगाल में जा रहा है लेकिन बंगाल भी इन डेमो का पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए करता है तो ऐसे में झारखंड के मुख्यमंत्री का इस मुद्दे पर चुपचाप रहना सही नहीं है। उन्हें हिम्मत दिखानी चाहिए और उन्हें ममता सरकार को जवाब देना चाहिए और अगर वह चाहते हैं तो हम लोग भी उनके साथ हैं इस मुद्दे पर।


झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री मौन हैंः असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी हिमंता विश्वा शर्मा ने कहा कि बंगाल सरकार की विफलता की वजह से बंगाल के लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। लेकिन मैं हैरान हूँ कि ममता दीदी अपनी नाराज़गी अपने अफसरों पर नहीं, बल्कि झारखंड की जनता पर निकाल रही हैं। वह राज्य की सीमा को बांधकर झारखंड की जनता को सबक सिखा रही हैं, और झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री मौन हैं।
केंद्र में भाजपा सरकार ने भी कहा है कि बंगाल की बाढ़ में झारखंड की कोई गलती नहीं है। यह विषय किसी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है, यह झारखंड की जनता के सम्मान की बात है। लेकिन JMM ने चुप्पी इसीलिए साधी है क्योंकि उनके लिए राजधर्म से बड़ा राजनीति का धर्म है। झारखंड की जनता को सोचना चाहिए कि जो पार्टी अपने राज्य की गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रही है, क्या ऐसी पार्टी को आपको फिर से मौक़ा देना चाहिए?