आक्रोश की आग में सुलगा जामताड़ा, मुस्लिम मंच ने मोदी सरकार पर बोला तीखा हमला

जामताड़ा: जामताड़ा में आज वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन के खिलाफ मुस्लिम मंच के बैनर तले आक्रोश फूट पड़ा। हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ गगनभेदी नारे लगाए और गांधी मैदान से अनुमंडल कार्यालय तक विशाल जन आक्रोश रैली निकाली। जैसे ही रैली अनुमंडल कार्यालय पहुंची, वह एक उग्र जनसभा में तब्दील हो गई।

मंच के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार तानाशाही रवैये पर उतर आई है। बिना किसी चर्चा और संवाद के रातों-रात वक्फ अधिनियम में संशोधन कर दिया गया, जो न केवल अलोकतांत्रिक है, बल्कि मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकारों पर सीधा हमला है।
इरशादुल आरसी ने तीखे लहजे में कहा, “हम इस बिल को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे। अगर सरकार ने संशोधन वापस नहीं लिया, तो सड़क से सदन तक आंदोलन किया जाएगा। ये सिर्फ शुरुआत है!”

अलमुद्दीन अंसारी ने कहा कि सरकार जानबूझकर एक समुदाय को निशाना बना रही है, और अब मुसलमान चुप नहीं बैठेंगे।
सादिक अंसारी ने मंच से चेतावनी दी कि यह लड़ाई अब केवल कागज़ों की नहीं, बल्कि अधिकारों की रक्षा की लड़ाई बन चुकी है।


प्रशासन ने हालात को भांपते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया, मगर भीड़ का आक्रोश और आवाज बुलंद होती रही। अंत में, मंच के प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा और चेतावनी दी कि यदि बिल वापस नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन राज्यभर में फैलाया जाएगा।