केंद्रीय सरना स्थल पर सरकारी अतिक्रमण के खिलाफ आदिवासी संगठनों का विरोध
रांची के सिरमटोली चौक स्थित केंद्रीय सरना स्थल में सोमवार को विभिन्न आदिवासी संगठनों और सामाजिक नेताओं के नेतृत्व में बैठक हुई। इस बैठक में आदिवासी समुदाय ने सरना स्थल पर हो रहे सरकारी अतिक्रमण को लेकर गहरी नाराजगी जताई।
आदिवासी संगठनों का आरोप है कि फ्लाईओवर निर्माण के नाम पर पथ निर्माण विभाग सरना स्थल जैसे धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण कर रहा है।
संगठनों का कहना है कि यह आदिवासी समुदाय की धार्मिक आस्था और भावनाओं पर चोट है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सरना प्रार्थना सभा रांची महानगर के सचिव सोनू खलखो ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आजादी के बाद से आदिवासी समुदाय के जल, जंगल, जमीन, भाषा, संस्कृति, और धार्मिक पहचान को मिटाने की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक दलों के सहयोग से सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत के जरिए आदिवासियों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरना स्थल पर अतिक्रमण नहीं रुका तो आदिवासी समाज आंदोलन करेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे को लेकर उच्च अधिकारियों से भी बात की जाएगी।
सरना स्थल आदिवासी समाज के लिए केवल धार्मिक स्थान नहीं, बल्कि उनकी पहचान का प्रतीक भी है। ऐसे में इस मुद्दे पर सरकार और समाज के बीच बड़ा टकराव देखने को मिल सकता है।