रांची से गया जा रही बस से 16 लाख रुपये बरामद, डोभी चेकपोस्ट पर एक यात्री हिरासत में

गया/रांची | 9 जुलाई 2025: बिहार-झारखंड सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी एक बार फिर सामने आई जब मंगलवार को गया जिले के डोभी चेकपोस्ट पर वाहन जांच के दौरान एक यात्री के पास से 16 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। यह कार्रवाई उत्पाद विभाग की टीम ने की, जो शराब तस्करी पर निगरानी के तहत बसों और वाहनों की नियमित जांच कर रही थी।

बरामदगी के दौरान रांची से गया जा रही ‘महारानी’ नामक यात्री बस को जांच के लिए रोका गया था। जांच अभियान का नेतृत्व उत्पाद विभाग के निरीक्षक रामप्रीति कुमार कर रहे थे। बस में सवार सभी यात्रियों के सामान की तलाशी ली जा रही थी। इसी दौरान एक यात्री के बैग से नकदी से भरे नोटों के बंडल मिले।
तुरंत पूछताछ में उस यात्री ने अपना नाम बबलू सिंह बताया और कहा कि वह रांची से गया जा रहा था। जब उससे नकदी के स्रोत और उद्देश्य के बारे में पूछा गया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया।
उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त प्रिय रंजन ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान कोई भी शराब या मादक पदार्थ तो नहीं मिला, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में बिना वैध दस्तावेज के नकद ले जाना कानूनन संदिग्ध है। इसलिए आयकर विभाग को मामले की जानकारी दी गई है और बबलू सिंह को बाराचट्टी थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड से आने-जाने वाले हर यात्री वाहन की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि शराब तस्करी, कालेधन की आवाजाही और अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। इस जांच के तहत बसों, ट्रकों और प्राइवेट गाड़ियों के साथ-साथ यात्रियों के पर्सनल बैग, बोरियां और कार्टन तक की तलाशी ली जा रही है।

बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों से शराब की अवैध तस्करी की कोशिशें लगातार होती रही हैं। हालांकि इस मामले में शराब नहीं, बल्कि वित्तीय संदिग्धता सामने आई है, लेकिन इसे भी कालेधन और टैक्स चोरी के नजरिये से देखा जा रहा है।

आयकर विभाग की टीम अब यह पता लगाएगी कि यह नकद राशि किन स्रोतों से आई, क्या यह किसी व्यापारिक लेनदेन का हिस्सा थी या फिर चुनाव, जमीन, या अन्य काले कारोबार से जुड़ी है।
गौरतलब है कि चुनाव या त्योहारों के सीजन में नकद की अवैध आवाजाही आम होती है। ऐसे में प्रशासन का अलर्ट मोड पर रहना आवश्यक हो जाता है।
डोभी चेकपोस्ट जैसे स्थानों पर इस तरह की बरामदगी कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन की सजगता को दर्शाता है। वहीं आम नागरिकों के लिए यह एक चेतावनी भी है कि बिना वैध दस्तावेजों के बड़ी नकद राशि की ढुलाई अब मुश्किल है और कानूनी कार्रवाई तय है।
Munadi Live इस मामले पर आयकर विभाग की अगली कार्रवाई और बबलू सिंह के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की पूरी जानकारी के साथ अपडेट देता रहेगा।