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हाईकोर्ट के आदेश पर रांची में बड़ी कार्रवाई, रातू के केशव नगर में अवैध निर्माण ध्वस्त

मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की मौजूदगी में चला बुलडोजर, आरोपी पक्ष ने किया हंगामा और लगाया निजी संपत्ति क्षतिग्रस्त करने का आरोप
रांची: झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर मंगलवार को रांची जिले के रातू थाना क्षेत्र में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई देखने को मिली। केशव नगर इलाके में अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई इस कार्रवाई के दौरान हंगामा भी हुआ। आरोपी पक्ष ने इसका विरोध करते हुए मजिस्ट्रेट और पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की की। इतना ही नहीं, आक्रोशित लोगों ने काठीटांड़-पिर्रा रोड को करीब एक घंटे तक जाम कर दिया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

हाईकोर्ट के आदेश पर चला बुलडोजर
जानकारी के मुताबिक, रातू थाना क्षेत्र के केशव नगर निवासी रामाधीर तिवारी के घर के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका (PIL-205/2021) के आधार पर की गई। यह याचिका स्थानीय निवासी सुदर्शन पांडेय ने दायर की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि केशव नगर इलाके में अवैध रूप से अतिक्रमण कर निर्माण किया गया है। हाईकोर्ट ने इस मामले में पहले ही प्रशासन को आदेश दिया था कि अवैध निर्माण को हटाया जाए।
पहले भी हुई थी कार्रवाई
गौरतलब है कि इस मामले में 12 अगस्त को तत्कालीन सीओ प्रदीप कुमार की मौजूदगी में एक बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। उस समय अवैध निर्माण का एक हिस्सा तोड़ा गया था, लेकिन कुछ हिस्सा बचा रह गया था। मंगलवार को फिर से सीओ रवि कुमार के निर्देश पर मजिस्ट्रेट सह अंचल निरीक्षक सरफराज अहमद और पुलिस बल की मौजूदगी में सड़क पर बनी चहारदीवारी और अन्य अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।
आरोपी पक्ष का विरोध और हंगामा
कार्रवाई के दौरान आरोपी पक्ष ने कड़ा विरोध जताया। रामाधीर तिवारी ने आरोप लगाया कि रातू सीओ ने दुर्भावना से ग्रसित होकर उनकी निजी संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है। उनका कहना है कि उनके द्वारा कोई अतिक्रमण नहीं किया गया था। बुलडोजर एक्शन के बाद उन्होंने और उनके समर्थकों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की की और गाली-गलौज भी किया। इसके विरोध में सड़क पर जाम लगा दिया गया।
सड़क जाम से मचा हड़कंप
काठीटांड़-पिर्रा रोड पर लगाए गए जाम से करीब एक घंटे तक दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोग परेशान होकर सड़क किनारे खड़े रहे। आखिरकार, प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाया और जाम हटवाया। तब जाकर आवागमन सामान्य हो सका।

प्रशासन की सख्ती
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने साफ किया कि यह कार्रवाई पूरी तरह हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में की गई है। किसी भी व्यक्ति की निजी संपत्ति को बिना कारण नहीं तोड़ा गया है। अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ सरकार और न्यायालय की मंशा स्पष्ट है। ऐसे मामलों में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।

हाईकोर्ट में दाखिल याचिका की पृष्ठभूमि
जिस याचिका के आधार पर यह कार्रवाई हुई, उसमें कहा गया था कि केशव नगर इलाके में सार्वजनिक जमीन और रास्ते पर अतिक्रमण कर निजी निर्माण कर लिया गया है। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। हाईकोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया था।
आम जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध निर्माण के कारण उन्हें लंबे समय से परेशानी उठानी पड़ रही थी। सड़क संकरी हो गई थी और आवागमन प्रभावित होता था। वहीं, आरोपी पक्ष का कहना है कि उन्हें बेवजह टारगेट किया जा रहा है। फिलहाल, इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।
रांची के रातू में हुई यह कार्रवाई प्रशासन की सख्त नीति और हाईकोर्ट के आदेशों के पालन का उदाहरण है। हालांकि, इस दौरान हुए विरोध और सड़क जाम ने यह भी दिखा दिया कि अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई अक्सर टकराव और तनाव का कारण बन जाती है। प्रशासन ने साफ किया है कि आगे भी ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे।