तमाड़ में जंगली हाथियों का आतंक: एक व्यक्ति की मौत, किसानों की फसलें बर्बाद
तमाड़: तमाड़ वन क्षेत्र में जंगली हाथियों के झुंड ने इन दिनों ग्रामीणों का जीवन दुश्वार कर रखा है। 30-35 हाथियों का एक झुंड लगातार दर्जनों गांवों में आतंक मचा रहा है। बुधवार की सुबह, तमाड़ थाना क्षेत्र के दुबला गांव में हाथियों के झुंड ने ईश्वर दयाल महतो को अपनी चपेट में ले लिया। हाथियों ने उन्हें कुचल दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें तमाड़ सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
विधायक ने किया हस्तक्षेप, परिजनों को मुआवजा दिलाया
घटना की जानकारी मिलने पर तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा ने वन विभाग की टीम को घटनास्थल पर भेजा। विधायक ने मृतक के परिजनों को 50,000 रुपये की मुआवजा राशि दिलवाकर सांत्वना दी।
फसलें हुईं तबाह
हाथियों का झुंड न केवल इंसानों की जान ले रहा है, बल्कि फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहा है। बुधवार को ही सरजमडीह के पोड़का निवासी कोंका मुंडा की 1 एकड़ आलू की फसल और बदरी पुरान की लौकी की फसल को हाथियों ने रौंद दिया। क्षेत्र के कई किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे उनका भारी नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों का आक्रोश, वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने बार-बार वन विभाग को हाथियों की जानकारी दी, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों के अनुसार, कुछ हाथी पोड़का के पास भूरुमटा जंगल में डेरा जमाए हुए हैं।
जंगल में बढ़ती अवैध कटाई बनी समस्या
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सुबह से ही जंगल में लकड़ी काटने वाले महिलाओं और पुरुषों की भीड़ जुट रही है। वन विभाग के गार्ड की मदद से ये लोग जंगल से मनमुताबिक लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं, जिससे जंगली हाथियों के आवासीय क्षेत्र में खलल पड़ रहा है और वे गांवों की ओर रुख कर रहे हैं।
वन विभाग को सख्त कदम उठाने की जरूरत
तमाड़ में जंगली हाथियों के बढ़ते आतंक और फसल नुकसान के कारण ग्रामीणों में भय और असंतोष का माहौल है। वन विभाग को जल्द से जल्द उचित कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रण में लाना होगा।