शहीद शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह के शहादत दिवस पर हफीजुल हसन ने किया माल्यार्पण
झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण एवं जल संसाधन मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने आज धुर्वा शहीद मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शहीद शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मंत्री ने शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
1857 के सिपाही विद्रोह के दौरान शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए अपनी जान दी थी।
मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड की धरती संघर्षों की धरती रही है। यहां के लोगों ने अपने हक और अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में आज इंडिया गठबंधन की सरकार है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद शामिल हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जनता ने प्रचंड बहुमत से विश्वास जताया है।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं और बच्चों को झारखंड के इतिहास और संविधान की जानकारी देने की अपील की।
हफीजुल हसन ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। कुछ लोग संविधान को कमजोर करने और अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे समय में सभी को एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है। “यह संघर्षों की धरती है। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को झारखंड के इतिहास से अवगत कराना चाहिए। आज के दौर में शिक्षा के साथ-साथ संविधान की रक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी है। हमें मिलकर एकजुट होकर आगे बढ़ने की जरूरत है।”