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रांची में स्तनपान को समर्पित MiLLK Miriam Labbok Lactation Kendra का शुभारंभ

मातृत्व और नवजात पोषण के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल
रांची, 18 मई 2025: मातृत्व और नवजात शिशु पोषण को लेकर रांचीवासियों को एक नई सौगात मिली है। झारखंड की राजधानी रांची स्थित ANVI Newborn and Child Hospital ने आज MiLLK (Miriam Labbok Lactation Kendra) का विधिवत उद्घाटन किया। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य नवजातों को जीवन के प्रारंभिक चरणों में उचित पोषण उपलब्ध कराना, स्तनपान की महत्ता को जन-जन तक पहुँचाना, और माताओं को स्तनपान से जुड़ी हर प्रकार की सहायता और परामर्श प्रदान करना है।

यह केंद्र प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. मिरियम लैबोक के नाम पर स्थापित किया गया है, जिन्होंने स्तनपान और मातृ-शिशु पोषण को लेकर वैश्विक स्तर पर जागरूकता और अनुसंधान में अहम भूमिका निभाई।
उद्घाटन समारोह में चिकित्सा जगत की विशिष्ट उपस्थिति

इस ऐतिहासिक पहल की शुरुआत रांची के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार द्वारा रिबन काट कर की गई। कार्यक्रम में राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. शशि बाला सिंह, ANVI NCH की CEO डॉ. अंजलि आर. सिंह और MiLLK की निदेशक डॉ. सुनीता कात्यायन सहित राज्य के कई जाने-माने बाल रोग, स्त्री रोग और पोषण विशेषज्ञ मौजूद थे।



“स्तनपान केवल एक प्राकृतिक प्रक्रिया नहीं बल्कि नवजात के संपूर्ण जीवन के स्वास्थ्य की नींव है। आज के इस उद्घाटन के माध्यम से एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार हुआ है जो हज़ारों माताओं को सही मार्गदर्शन और प्रेरणा देगा।” : – डॉ. शशि बाला सिंह
केंद्र की प्रमुख सेवाएं: हर माँ के लिए एक भरोसेमंद सहयोगी MiLLK Lactation Kendra निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध कराएगा:
- स्तनपान संबंधी व्यावहारिक परामर्श और तकनीकी प्रशिक्षण
- नवजात शिशु के पोषण मूल्यांकन और वजन निगरानी
- प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर माताओं के लिए विशेष सत्र
- माताओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहयोग
- दूध पंपिंग, स्टोरेज, और स्तन स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी
- कामकाजी माताओं के लिए स्तनपान योजना निर्माण
“हमारा लक्ष्य केवल जानकारी देना नहीं बल्कि माताओं को भावनात्मक रूप से सशक्त बनाना है। कई बार मातृत्व के शुरुआती दिनों में माताएं तनाव, डर या भ्रम से जूझती हैं। यह केंद्र उन्हें भरोसा देगा कि वे अकेली नहीं हैं।” :- डॉ. सुनीता कात्यायन
स्तनपान पर विशेषज्ञों की परिचर्चा: जागरूकता के नए रास्ते
उद्घाटन समारोह के दौरान “स्तनपान: एक प्राकृतिक अधिकार, एक सामाजिक जिम्मेदारी” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. अनुपमा मिश्रा (नवजात विशेषज्ञ), डॉ. प्रियंका सेन (मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ), और सामाजिक कार्यकर्ता मनीषा ठाकुर जैसे वक्ताओं ने भाग लिया
“यह केंद्र केवल एक हेल्थ फैसिलिटी नहीं बल्कि मातृत्व को सम्मान देने और नवजात जीवन को सशक्त करने की दिशा में सामाजिक क्रांति की शुरुआत है। यह हमारे समुदाय की सोच को बदलने वाला कदम है :-डॉ. अंजलि आर. सिंह, CEO ANVI NCH
समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम
स्तनपान भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में अभी भी गलत धारणाओं और सामाजिक दबाव का शिकार होता है। ऐसे में यह केंद्र एक बदलाव की प्रतीक है। यह पहल मातृत्व को सम्मान और पोषण को अधिकार के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।