लोहरीया मंदिर में चड़क पूजा पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, परंपरागत तरीके से हुई पूजा

पुरुलिया: बांग्ला नववर्ष के आगमन पर झारखंड-बंगाल सीमा के प्रसिद्ध लोहरीया शिव मंदिर में चड़क पूजा के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। सदियों पुरानी परंपरा को निभाते हुए भक्तों ने भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष अनुष्ठान किए।


पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले के बाघमुड़ी थाना अंतर्गत प्रसिद्ध लोहरीया शिव मंदिर में बांग्ला नववर्ष पर तीन दिवसीय चड़क पूजा का आयोजन धूमधाम से हुआ। मंदिर परिसर में दिनभर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए टांगा परंपरा के तहत श्रद्धालु लोहे के हुक को पीठ पर लगाकर 50 फीट ऊंचे डंडे पर घुमते हैं, जो साहस और आस्था का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है।

मंदिर समिति द्वारा भीड़ प्रबंधन के लिए तीन लाइनें बनाई गई थीं, ताकि श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी तरह की परेशानी ना हो। साथ ही छऊ नृत्य, झांकी और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

इस मौके पर सरायकेला जिला परिषद की उपाध्यक्ष मधुश्री महतो के पति दीपक रंजन महतो ने भी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और वृहद झारखंड की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। मंदिर कमिटी द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया।