त्रिमूर्ति शिव जयंती का आयोजन, ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय ने दिया आध्यात्मिक संदेश
बेरमो, झारखंड: नया रोड फुसरो स्थित एलआईसी ऑफिस के समीप प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा रविवार शाम को त्रिमूर्ति शिव जयंती का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आध्यात्मिक विचारों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से शिव जयंती का महत्व बताया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत और मुख्य अतिथि
कार्यक्रम का शुभारंभ सीसीएल बीएंडके के फाइनेंस ऑफिसर ज्ञानेंदु चौबे, सीसीएल केंद्रीय अस्पताल ढोरी के सीएमओ डॉ. संजय कुमार सिन्हा और ब्रह्मकुमारी बोकारो सेक्टर 4इ की निदेशिका बीके कुसुम ने दीप प्रज्वलित कर किया।
शिव और शंकर के अंतर पर चर्चा
वक्ताओं ने अपने संबोधन में शिव और शंकर के बीच के अंतर को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि परमात्मा शिव ज्योति बिंदु के समान हैं, जबकि शंकर एक अकारी देवता हैं। शिव हमें प्रेम, पवित्रता और शांति का संदेश देते हैं, जहां पवित्रता होती है, वहां सुख और शांति अपने आप आ जाती है।
महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य
महाशिवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि परमात्मा का अवतरण धरती पर पाप और भ्रष्टाचार के नाश के लिए होता है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सत्कर्म, आत्मशुद्धि और ध्यान के महत्व को समझाया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और आयोजन
कार्यक्रम का संचालन अनामिका ने किया, जबकि बच्चियों ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया। इस आयोजन से श्रद्धालु भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान और शांति का संदेश मिला।
ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय के इस आयोजन ने समाज को शिव जयंती के महत्व और आध्यात्मिक चेतना से जोड़ा, जिससे लोग अपने जीवन में सद्गुणों और शुद्ध विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित हुए।