रांची, मुनादी लाइव विशेष राजनीतिक रिपोर्ट: राज्य में इन दिनों भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मघु कोड़ा की तस्वीर लगाकर अंचल कार्यालयों के घेराव अभियान की शुरुआत को लेकर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया दोगलेपन का आरोप
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने इस अभियान को “राजनीतिक ढकोसला” बताते हुए कहा:
“भ्रष्टाचार पर आंदोलन की बात करने वाली भाजपा ने खुद देश के तमाम भ्रष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर उन्हें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री तक बना दिया। अब वही पार्टी नैतिकता की दुहाई दे रही है।”
‘हाथी उड़ाने’ से लेकर तिजोरी भरने तक के आरोप
राकेश सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा:
“भाजपा के शासन में भ्रष्टाचार का आलम ऐसा था कि हाथी तक उड़ाए गए और जनता की गाढ़ी कमाई से नेताओं की तिजोरी भर गई। यही कारण था कि राज्य एक दौर में बर्बादी के कगार पर पहुंच गया।”
कानून-व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
भाजपा सरकार के दौर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा:
“उस समय न शहर सुरक्षित था, न गांव। एक ओर शहरों में अपराध चरम पर थे, तो दूसरी ओर गांवों में उग्रवाद सिर उठा रहा था। आज महागठबंधन की सरकार ने इन दोनों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया है।”
उन्होंने आगे जोड़ा:
“आज यदि कहीं अपराध हो भी रहा है तो पुलिस त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को कानून के दायरे में ला रही है, जबकि भाजपा राज में अपराधियों का स्वागत फूल-मालाओं से होता था।”
“बुझती राजनीतिक जमीन पर कार्यक्रमों की साजिश”
सिन्हा ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि जनता द्वारा नकारे जाने के बाद पार्टी अब “बुरी तरह बेचैन” है और खोई हुई ज़मीन को वापस पाने के लिए इस तरह के अभियान चला रही है।
उन्होंने कहा:
“भाजपा का संगठन जमीनी स्तर पर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। अब ये महज़ राजनीतिक नौटंकी कर अपनी शाख़ को बचाने की कोशिश में लगी है।”
राजनीतिक विश्लेषण:
“भ्रष्टाचार जैसे गम्भीर मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का यह दौर झारखंड की सियासत को फिर से गर्म कर रहा है। आने वाले समय में यह बयानबाज़ी और तीव्र हो सकती है।”