तमाड़ में बोली कल्पना : झारखंड शहीदों की भूमि, शहीदों का आशीर्वाद है हमारे साथ , शहीदों की भूमि झारखंड में लड़ाई लड़ना हमारी विरासत है

कल्पना सोरेन तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में मईया सम्मान यात्रा के दौरान आयोजित तोड़ांग मैदान पर उपस्थित जनसभा को संबोधित कर रही थी। इस दौरान कल्पना ने बीजेपी पर जम कर निशाना साधा।

कल्पना ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में झामुमो और इंडिया गठबंधन पूरी ताकत के साथ लड़ने के लिये तैयार है। क्योंकि जनता हमारे साथ है। 2019 में जैसे ही राज्य में झामुमो की सरकार बनी, उसी समय ही बीजेपी वाले इस सरकार को गिराना चाहते थे।

कल्पना ने कहा माताओं और बहनों का आशिर्वाद झामुमो को मिलेगा। झारखंड शहीदों की भूमि है, शहीदों का आशीर्वाद हमारे साथ है। हमने शहीदों से सीखा है कि परिस्थिति कितनी भी विषम क्यों न हो, आपकों हमेशा लडते रहना है, झूकना नहीं है. झारखंड ने कभी झूकना नहीं सीखा है। निरंतर लड़ना सीखा है। यह हमारे पूर्वजों ने हमें सीखाया है। झारखंड की अबुआ सरकार झारखंडियों के सपनों को पूरा कर रही है, तो बीजेपी वालों को परेशानी हो रही है। विपक्ष चाहे जितना जोर लगा ले, यहां उनकी चलने वाली नहीं है। विधानसभा चुनाव में माताओं और बहनों का आशीर्वाद फिर से झामुमो को प्राप्त होगा और हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनेगी।



मंईयां सम्मान योजना क्रांतिकारी कदम, पर कुछ लोगों को महिलाओं को खुशियां बर्दास्त नहीं होती, कल्पना सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना को क्रांतिकारी कदम बताया। झारखंड राज्य गठन के बाद कई मुख्यमंत्री बने, लेकिन किसी ने भी आधी आबादी के बारे नहीं सोचा । पहली बार हेमंत जी ने महिलाओं के सम्मान के लिये योजना बनाया। पहले के सरकारों ने इस पर क्यों नहीं सोचा ? यह अपने आप में एक क्रांतिकारी कदम है।
अब कुछ लोग कोर्ट में पीआईएल दाखिल कर इसे बंद कराना चाहते है. हमें तो उनके सोच पर ही तरस आता है। सवाल पुछाना चाहुंगी कि जब ऐसे ही कार्यक्रम दूसरे राज्यों में बनते है, तो वह संवैधानिक हो जाते है, लेकिन झारखंड में हेमंत सोरेन कुछ भी करे तो वह असंवैधानिक कैसे हो सकता है ? इसे रोक लगाने के लिये पीआईएल किया जाता है। पीआईएल करने वालों से पुछना चाहती हूं कि क्यां उन्हें हमारी आधी आबादी की खुशियां बर्दास्त नहीं होती ?


कल्पना सोरेन ने कहा कि भाजपा ने अपने पूर्व के पांच साल में क्यों नहीं माता-बहनों के बारे में सोचा? ऐसे लोगों पर दया आती है कि उनके पास ऐसि क्रांतिकारी सोच नहीं थी, क्योंकि उनके पास हेमंत सोरेन नहीं है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री बेबी देवी की अगुवाई में राज्य की तमाम माताओं और बहनों को सम्मान दिया है। मंईयां सम्मान यात्रा के माध्यम से हम महिलाओं की खुशी देखने आये है।