सरला बिरला पब्लिक स्कूल के छात्रों ने पूर्वी यूरोप में किया एक्सपीरिएंशल लर्निंग का अनुभव
सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची के छात्रों ने पूर्वी यूरोप की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की एक सप्ताह की एक्सपीरिएंशल लर्निंग यात्रा में भाग लिया। इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था, जिसमें उन्होंने यूरोप के समृद्ध इतिहास और संस्कृति के पहलुओं को गहराई से जाना।
यात्रा की शुरुआत पोलैंड के ऐतिहासिक शहर वारसॉ से हुई, जहाँ छात्रों ने प्रसिद्ध चोपिन स्मारक और वारसॉ के मध्ययुगीन शहर का दौरा किया। इसके बाद ऑशविज एकाग्रता शिविर का दौरा छात्रों के लिए एक भावुक और शिक्षाप्रद अनुभव रहा, जिसने उन्हें इतिहास के कठोर और अनमोल सबक सिखाए। प्राग के आकर्षक पुराने शहर, चार्ल्स ब्रिज, और ब्रातिस्लावा कैसल के लुभावने दृश्यों ने छात्रों को गहरी छाप छोड़ी। स्लोवाकिया के ओल्ड टाउन स्क्वायर की खूबसूरती ने भी छात्रों को बहुत प्रभावित किया। बुडापेस्ट में फिशरमैन्स बैस्टियन, महल और एक्वा वाटरपार्क की रोमांचक यात्रा ने इस यात्रा को और भी स्मरणीय बना दिया।
प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने छात्रों की इस यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “इस तरह की यात्राएं न केवल दूसरे देशों की संस्कृति और इतिहास से अवगत कराती हैं, बल्कि छात्रों को वैश्विक और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करती हैं। यह अनुभव उन्हें विभिन्न चुनौतियों का सामना करने और वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने में सहायक सिद्ध होता है।”
पूर्वी यूरोप की इस यात्रा से छात्रों को न केवल नई जानकारियां मिलीं, बल्कि यह उनके व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।