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रांची में राम मंदिर प्रारूप की तर्ज पर दुर्गापूजा पंडाल निर्माण से घबराई हेमंत सरकार, पुलिस ने तंबू गाड़कर कार्यस्थल पर डाला डेरा, निर्माण कार्य स्थगित

रांचीः रांची से सांसद सह रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की चेतावनी पर रांची स्थानीय और शख्त हो गई है। प्रशासन ने पुराना विधानसभा मैदान में श्रीराम लल्ला पूजा समिति के द्वारा अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर बन रहे भव्य दुर्गापूजा पंडाल के निर्माण कार्य को पूरी तरह से स्थगित कर दिया है। पंडाल के समीप ही पुलिस ने अपना तंबू गाड़ कर डेरा जमा लिया है। वहां पर पुलिस बल तैनात कर दी गई है। पंडाल का निर्माण कार्य पूरी तरह बंद हो जाने से श्रीराम लल्ला पूजा समिति के सदस्यों सहित आसपास के लोगों में भारी आक्रोश है। सभी हेमंत सोरेन सरकार पर एक खास वर्ग के लोगों के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।

क्या है मामलाः पुराना विधानसभा मैदान में श्रीराम लल्ला पूजा समिति के द्वारा एचईसी के सेक्टर-2 में रसियन होस्टल के समीप अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर भव्य दुर्गापूजा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। इस पूजा पंडाल के निर्माण कार्य को लेकर विवाद हो गया है। सरकार को लगता है कि इस पूजा पंडाल के बनने से एक खास वर्ग की धार्मिक आस्था को चोट पहुंच सकती है। इसलिए आनन-फानन में प्रशासन को भेजकर पंडाल के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। इधर, पूजा समिति के सदस्यों का कहना है कि ऐसा पहली बार है जब किसी स्थल पर पंडाल का निर्माण करने के लिए 9 लाख रुपये देकर पूजा पंडाल के निर्माण की अनुमित लेनी पड़ी है। समिति ने बताया कि पंडाल के निर्माण पर कुल 90 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। अब 12 दिन के बाद निर्माण कार्य को रोका जा रहा है।
इससे पहले शनिवार को सांसद संजय सेठ ने प्रेसवार्ता में कहा था कि मुख्यमंत्री के इशारे पर स्थानीय प्रशासन दुर्गापूजा पंडाल पर रोक लगा रही है। उन्होंने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि इन्हें लगता है कि यहां तो राम मंदिर बन जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार राम को काल्पनिक मानती है। इनके ही घटक दल (कांग्रेस) ने राम मंदिर उद्घाटन का न्योता ठुकरा दिया था। स्वाभाविक है कि इनका राम के प्रति कोई आस्था नहीं है, लेकिन यह पूजा है और पंडाल का निर्माण हो कर रहेगा। अगर एफआईआर करना है तो हम पर करें। राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश पर करें। डा. सीपी सिंह पर करें। ये लोग अपनी वोटबैंक को सुरक्षित करने के लिए इस पर रोक लगा रहे हैं, लेकिन पूजा तो होकर रहेगी। पंडाल बनकर रहेगा।