सोशल मीडिया पर पाक समर्थन – नौशाद का घर खंगाला गया

पहलगाम हमले के बाद नौशाद के घर की तलाशी, “NIA की नजर में नौशाद
सामूहिक बहिष्कार: मुस्लिम समाज ने नौशाद के परिवार से तोड़े सारे संबंध

बोकारो: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के समर्थन में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले बोकारो निवासी मोहम्मद नौशाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अब इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सक्रिय होने के बाद बालीडीह थाना पुलिस ने नौशाद के घर की तलाशी ली और परिजनों से पूछताछ की है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि नौशाद किसी संगठित नेटवर्क से जुड़ा है या अकेले ही ऐसी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार, बालीडीह थाना क्षेत्र के मखदुमपुर स्थित नौशाद के घर की गहन तलाशी ली गई है। पुलिस ने कहा कि घर से कोई आपत्तिजनक सामग्री अब तक बरामद नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है।

नौशाद के पिता मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि उनका बेटा पहले धनबाद, चंद्रपुरा, हजारीबाग और सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के मदरसों में धार्मिक शिक्षा ले चुका है और पिछले दो वर्षों से घर में ही रह रहा था। उन्होंने दावा किया कि नौशाद की मानसिक स्थिति स्थिर नहीं है और वह घर में अपनी मां और बहन से भी गाली-गलौज किया करता था। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि बेटे की हरकत शर्मनाक और निंदनीय है।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और आतंकवादियों के पक्ष में टिप्पणी करने वाले नौशाद के खिलाफ न सिर्फ कानून ने कार्रवाई की है, बल्कि समाज ने भी बड़ा फैसला लेते हुए उसे और उसके परिवार को सामूहिक बहिष्कार की सजा दी है।


बालीडीह थाना क्षेत्र के मखदुमपुर स्थित हैसाबातु पूर्वी पंचायत में मुस्लिम समाज के लोगों ने एक आपात बैठक कर मोहम्मद नौशाद और उसके परिवार से हर प्रकार के सामाजिक संबंध समाप्त करने की घोषणा की है।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि नौशाद की देशविरोधी मानसिकता से पूरा समाज आहत है। मशकूर आलम सिद्दीकी ने कहा कि यह फैसला पूरे समाज की भावनाओं को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर जांच में किसी संगठन की संलिप्तता सामने आती है तो कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, “हम भारतीय मुसलमान हैं और पाकिस्तान के किसी भी आतंकी गतिविधि का विरोध करते हैं। सेना हमारी है और देशभक्ति हमारे खून में है।”