पाकुड़ पुलिस ने किया बहुचर्चित डकैती कांड का खुलासा, हथियार और नकदी के साथ चार कुख्यात अपराधी गिरफ्तार

पाकुड़ डकैती कांड
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पाकुड़ (झारखंड), 4 जुलाई:
पाकुड़ जिले के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत लड्डू बगान में 16 जून की रात अंचल निरीक्षक शिवाशीष वात्सायन के सरकारी आवास में हुई हथियारबंद डकैती का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। इस कांड में शामिल चार कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा है और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, नकदी, जेवरात और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

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इस लूटकांड ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया था, लेकिन पाकुड़ पुलिस की सघन जांच और रणनीतिक छापेमारी से अब यह केस लगभग सुलझ चुका है।

गिरफ्तार अपराधी और बरामद सामग्री
पकड़े गए अपराधियों की पहचान रिंकु रजवार, एमेली मरांडी, मंजारुल शेख, और मनीलाल ठाकुर के रूप में हुई है। सभी के खिलाफ पूर्व से गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद है। इन चारों की गिरफ्तारी 3 जुलाई को की गई।

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बरामद सामान में 3 देसी कट्टा, 3 जिंदा कारतूस (8 एमएम, ₹51,220 नकद, सोने और चांदी के जेवरात, 4 मोबाइल फोन आदि
शामिल हैं।

तकनीकी साक्ष्य और गुप्त सूचना बनी सफलता की कुंजी
प्रेस वार्ता में एसपी निधि द्विवेदी ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह तकनीकी साक्ष्य और खुफिया सूचना पर आधारित थी। विशेष अनुसंधान दल (SIT) द्वारा कॉल रिकॉर्ड, मोबाइल ट्रैकिंग और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इसी आधार पर तीन अलग-अलग स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

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एसपी निधि द्विवेदी ने कहा:

“हमारी टीम ने जिस त्वरितता और समर्पण के साथ कार्रवाई की है, वह अनुकरणीय है। अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”

फरार अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस
एसपी ने यह भी बताया कि इस डकैती कांड में शामिल कुछ अन्य अपराधी अब भी फरार हैं। पुलिस की विशेष टीम लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा। गिरफ्तार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

छापेमारी टीम में वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय भूमिका
इस पूरे अभियान में एसडीपीओ दयानंद आजाद, नगर थाना प्रभारी प्रयाग दास, मुफस्सिल थाना प्रभारी संजीव कुमार झा, मालपहाड़ी ओपी प्रभारी अंशु उपाध्याय, तकनीकी शाखा एवं सशस्त्र बलों के जवानों की अहम भूमिका रही।

एसपी ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि,

“यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि जनता के विश्वास की पुनर्स्थापना है।”

स्थानीय लोगों में बढ़ा पुलिस पर विश्वास
इस खुलासे के बाद पाकुड़ जिले में पुलिस के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है। लोग इसे पुलिस की सख्ती और तकनीकी दक्षता का परिणाम मान रहे हैं। क्षेत्र में यह संदेश गया है कि कानून का हाथ लंबा है, और कोई भी अपराधी कानून से नहीं बच सकता।

निष्कर्ष:
पाकुड़ पुलिस की यह सफलता न केवल एक डकैती कांड का पर्दाफाश है, बल्कि कानून व्यवस्था की बहाली और अपराधियों में डर पैदा करने वाला कदम भी है। तकनीकी विश्लेषण, जमीनी इनपुट और रणनीतिक दबिश का यह संयोजन झारखंड पुलिस की आधुनिक होती कार्यशैली का उदाहरण है।

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