जमशेदपुर ब्रेकिंग: सीएचओ ज्योति कुमारी की मौत, जानलेवा हमले के 5 दिन बाद जिंदगी से हारी जंग — अब तक नहीं हुआ हत्यारे का खुलासा

जमशेदपुर ,24अप्रैल 2025: जमशेदपुर के रूहीडीह आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) ज्योति कुमारी महतो आखिरकार जिंदगी की जंग हार गईं। शुक्रवार 18 अप्रैल को हुए निर्मम हमले में गंभीर रूप से घायल होने के बाद रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार देर रात उनका निधन हो गया।

स्वास्थ्य व्यवस्था की सेवा में तत्पर एक महिला अधिकारी की इस क्रूर हत्या से पूरा स्वास्थ्य विभाग स्तब्ध और आक्रोशित है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर इस हमले का दोषी कौन है? आज तक हत्यारा फरार है और पुलिस के हाथ खाली हैं।

क्या था मामला?

शुक्रवार को जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र के रूहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर, जो कि एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, वहां दिनदहाड़े सीएचओ ज्योति कुमारी पर किसी अज्ञात हमलावर ने जानलेवा हमला कर दिया था। उनके सिर पर गंभीर वार किया गया, जिससे वह मौके पर ही लहूलुहान हो गईं।
प्राथमिक इलाज के बाद पहले उन्हें एमजीएम अस्पताल, और फिर हालत नाजुक होने पर रांची मेडिका अस्पताल रेफर किया गया। लगातार पांच दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद ज्योति कुमारी ने मंगलवार को अंतिम सांस ली।


पोस्टमार्टम रिम्स में, पर जवाब अब भी अधूरा
निधन के बाद रांची स्थित रिम्स में शव का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन अब तक ना कोई गिरफ्तारी हुई है, ना ही हमले का कारण स्पष्ट हो पाया है। मानगो एमजीएम थाना पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इतने संवेदनशील मामले में अब तक तफ्तीश में ठोस प्रगति क्यों नहीं हो पाई?
स्वास्थ्यकर्मियों में रोष, न्याय की मांग
घटना से स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है। विभिन्न नर्सिंग यूनियनों और हेल्थ वर्कर्स ने प्रशासन से मांग की है कि हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और मृतक को शहीद का दर्जा दिया जाए।
Munadi Live की अपील
Munadi Live, दिवंगत सीएचओ ज्योति कुमारी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है। एक महिला जिसने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया, उसकी हत्या लोकतंत्र और कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
हम राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस हत्याकांड की तेजी से जांच हो, अपराधी को कड़ी सजा मिले और पीड़िता के परिवार को आर्थिक एवं सम्मानजनक सहायता प्रदान की जाए।
रिपोर्ट: Munadi Live, जमशेदपुर ब्यूरो