CISF का 56वां स्थापना दिवस मनाया गया, बोकारो स्टील प्लांट में हुआ भव्य आयोजन
बोकारो, झारखंड: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने आज अपना 56वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर बोकारो स्टील प्लांट के सीआईएसएफ यूनिट द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बोकारो स्टील के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी, सीआईएसएफ के डीआईजी दिग्विजय सिंह समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मार्च पास्ट और परेड का आयोजन
कार्यक्रम के दौरान मार्च पास्ट और परेड का आयोजन किया गया, जिसमें CISF के जवानों ने अपनी अनुशासन और दक्षता का प्रदर्शन किया।
रांची से CISF की शुरुआत
इस मौके पर CISF के डीआईजी दिग्विजय सिंह ने बताया कि CISF का झारखंड से विशेष संबंध है, क्योंकि 1969 में रांची के HEC (Heavy Engineering Corporation) में CISF की स्थापना की गई थी। उस समय बल में मात्र साढ़े तीन हजार जवान थे, जबकि आज CISF में 1 लाख 85 हजार जवान और अधिकारी कार्यरत हैं।
देशभर में CISF की भूमिका
डीआईजी ने बताया कि CISF की तैनाती देश के कोने-कोने में है। कश्मीर के गुरेज़ वैली (जो छह महीने बर्फ से ढका रहता है और पाकिस्तान बॉर्डर से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूर है) से लेकर कन्याकुमारी, गुजरात से लेकर नागालैंड तक CISF के जवान सुरक्षा में तैनात हैं। वर्तमान में CISF की 360 यूनिट्स पूरे देश में काम कर रही हैं।
औद्योगिक विकास में CISF की भूमिका
सीआईएसएफ के डीआईजी ने कहा कि बल का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि औद्योगिक कार्यों में कोई बाधा न आए। उन्होंने बताया कि पड़ोसी देशों द्वारा अक्सर भारत की आर्थिक प्रगति को प्रभावित करने की कोशिश की जाती है, लेकिन CISF इन चुनौतियों का मजबूती से सामना कर रहा है।
बोकारो स्टील के निदेशक प्रभारी का संबोधन
बोकारो स्टील के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी ने CISF की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि बल ने अपनी स्थापना के बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाकर औद्योगिक विकास को सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि आज अगर झारखंड एक औद्योगिक राज्य के रूप में अपनी पहचान बना सका है, तो इसमें CISF का अहम योगदान है।