- उत्पाद सिपाही भर्ती
- क्षेत्रीय समाचार
- चुनाव समाचार
- जमशेदपुर
- झामुमो
- झारखंड
- झारखंड मुक्ति मोर्चा
- झारखंड समाचार
- झारखंड सरकार
- टाटानगर
- ट्रेंडिंग खबरें
- नरेंद्रमोदी
- पार्टी सम्मेलन
- प्रधानमंत्री संबोधन
- प्रेस वार्ता
- मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन
- रांची
- राजनीतिक विवाद
प्रधानमंत्री को भी लगने लगा है डर : सुप्रियो भट्टाचार्य

रांची: प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जमशेदपुर में दिए गए भाषण पर जेएमएम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में झारखंड के लोगों को कल करमा पर्व की शुभकामनाएं दी। लेकिन उनको यह जानकारी होनी चाहिए की यह पर्व मूल रूप से किसका है। जो सरना धर्म से संबंध रखता है उन्ही का यह महापर्व है। सरना धर्म को लेकर आज तक एनडीए गठबंधन बात नहीं कर रही है। जातीय जनगणना में सरना धर्म कोड का कहीं से भी उल्लेख नहीं किया गया है।

कल जो जमशेदपुर में सरकारी कार्यक्रम था उसमे रेल मंत्री नहीं आए। जब कोई भी सरकारी कार्यक्रम होता है तो उसमें प्रोटोकॉल के अनुसार स्थानीय मंत्री, सांसद और जन प्रतिनिधि शामिल होते हैं, लेकिन यह कार्यक्रम पूरी तरह से एक पार्टी तक सिमट कर रह गई। टाटानगर के किसी भी स्थानीय विधायक को नहीं बुलाया गया। मंच पर बीजेपी के पराजित प्रत्याशी मौजूद रहे। हमारी सरकार भी सरकारी कार्यक्रम करती है, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सम्मान के साथ बैनर पोस्टर में नाम लिखा रहता है।
अब तो प्रधानमंत्री को भी डर लगने लगा है उत्पाद सिपाही भर्ती प्रक्रिया में बदलाव भी किया गया है। उत्पाद सिपाही भर्ती नियमावली तो इन्हीं की सरकार के समय बनी थी। हरियाणा और जम्मू कश्मीर में नतीजा दिख रहा है अब सिर्फ औपचारिकता बाकी रह गई है। इनको सिर्फ झारखंड ही दिखाई दे रहा है. कोई प्रधानमंत्री चुनावी सभा के लिए 130 km सड़क मार्ग से जाता है क्या ? यानी सत्ता के ये कुछ भी करेंगे।अगर बारहगोड़ा भी जाना होता तो वहां भी जाते यानी सत्ता पाने के लिए इतने आतुर हैं। संभावित हार का डर इनको सताने लग गया है। कोई भी सरकारी कार्यक्रम को राजनीतिक दल से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।