श्वेता सिंह vs. जयराम महतो: सड़क पर दिखी राजनीतिक जंग

बोकारो में विस्थापितों के लाठीचार्ज पर बवाल, श्वेता सिंह और जयराम महतो में टकराव, बयानबाजी से गरमाई राजनीति
जयराम महतो का पलटवार: ‘स्टील प्लांट के अधिकारियों को जूते-चप्पल से पीटना चाहिए’
श्वेता सिंह की कड़ी प्रतिक्रिया: ‘यहां राजनीति नहीं करने दूंगी’
बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट के विस्थापित अप्रेंटिस संघ पर हुए पुलिस लाठीचार्ज और एक विस्थापित की मौत के बाद मामला अब उग्र हो चुका है। इस घटना ने सिर्फ विस्थापितों को नहीं, बल्कि झारखंड की राजनीति को भी हिला दिया है। दो बड़े चेहरे—कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह और डुमरी विधायक जयराम महतो—अब आमने-सामने हैं, और उनके बीच सीधा टकराव देखने को मिला है।

श्वेता सिंह vs. जयराम महतो: सड़क पर दिखी राजनीतिक जंग
विवाद तब शुरू हुआ जब लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठी थीं। इसी बीच डुमरी विधायक जयराम महतो वहां पहुंचे, लेकिन उनका स्वागत विरोध और हमले से हुआ। श्वेता सिंह के समर्थकों ने जयराम महतो की गाड़ी को घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि उनकी गाड़ी पर हमला भी कर दिया गया। श्वेता सिंह खुद इस विरोध प्रदर्शन में शामिल रहीं और जयराम को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

जयराम महतो का पलटवार: ‘स्टील प्लांट के अधिकारियों को जूते-चप्पल से पीटना चाहिए’
जयराम महतो ने इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ा और विवादित बयान देते हुए कहा कि बोकारो स्टील प्लांट के अधिकारियों को सड़क पर लाकर जूते-चप्पल से पीटना चाहिए। यह अधिकारी विस्थापितों के साथ अन्याय कर रहे हैं और अब लाठीचार्ज में उनकी हत्या तक करवा दी। वहीं उन्होंने श्वेता सिंह पर भी हमला करते हुए कहा की वो यहां अपनी पार्टी के मुखिया के तौर पर आये है , उनकी पार्टी को भी यहां से 40000 वोट मिले है , वो विस्थापितों की लड़ाई में उनके साथ है , लेकिन बोकारो विधायक श्वेता सिंह और उनके समर्थक ने राजनीती शुरू कर विरोध करना शुरू कर दिया, मेरे खिलाफ हूंटिंग की गयी और मेरी गाड़ी पर भी हमला किया गया ,श्वेता सिंह को बताना चाहिए की अगर ढुल्लू महतो यहाँ आते तो क्या वे विरोध कर पाती। महतो के इस बयान ने विवाद को और भड़का दिया है। कांग्रेस ने इसे “अराजकता भड़काने वाला” बयान बताया है, वहीं उनके समर्थकों का कहना है कि महतो सच बोल रहे हैं।


श्वेता सिंह की कड़ी प्रतिक्रिया: ‘यहां राजनीति नहीं करने दूंगी’
कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह ने जयराम महतो पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग यहां राजनीति करने आते हैं, भाषण देते हैं और फिर चले जाते हैं। लेकिन हम विस्थापितों की असली लड़ाई लड़ रहे हैं। हम किसी को भी यह मुद्दा भुनाने नहीं देंगे। श्वेता सिंह ने दावा किया कि वह विस्थापितों की सच्ची नेता हैं और बाहरी लोग इस मामले में दखल देकर इसे राजनीतिक रंग न दें। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा।
बोकारो अब एक राजनीतिक युद्धक्षेत्र बन चुका है, जहां सिर्फ लाठीचार्ज का मुद्दा नहीं, बल्कि दो बड़े नेताओं का सीधा टकराव भी देखने को मिल रहा है। अब देखना यह है कि इस राजनीतिक लड़ाई का अंजाम क्या होगा और विस्थापितों को न्याय मिल पाएगा या नहीं।