निरसा में मासस संस्थापक सदस्यों की पुण्यतिथि एवं बैठक: गरीबी और मजदूरों की आवाज
मासस कार्यकर्ताओं की बैठक में प्रखंड अध्यक्ष गणेश महतो की अध्यक्षता में सोमवार को मासस कार्यालय में हुई। केन्द्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक आनंद महतो ने बैठक में उठाए गरीब मजदूर और किसानों के हक के मुद्दे, और संगठन को मजबूत करने के लिए उनके बीच जाने और जनता को संगठन में शामिल करने की जरूरत की बात की। इसके अलावा, विभिन्न जन समस्याओं पर विचार कर बलियापुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष 11 जुलाई को प्रदर्शन का निर्णय लिया गया।
इस बैठक में उपस्थित थे देवाशीष पांडेय, लखन गोराईं, मेघू महतो, शत्रुघ्न महतो, काशीनाथ मंडल, शीतल दत्ता, मंगल महतो, रामप्रसाद रजवार, सुनील महतो आदि।
मासस नेता निताई चटर्जी व देवाशीष घोष की पुण्यतिथि मनी
निरसा के देवियाना गांव में मासस के संस्थापक सदस्य निताई चटर्जी व देवाशीष घोष की पुण्यतिथि मनायी गयी
निरसा के देवियाना गांव में मासस के संस्थापक सदस्य निताई चटर्जी और देवाशीष घोष की पुण्यतिथि मनाई गई। पूर्व विधायक अरूप चटर्जी व उपस्थित लोगों ने दोनों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वक्ताओं ने कहा कि निताई चटर्जी व देवाशीष घोष गरीबों और मजदूरों की आवाज थे, और पार्टी को मजबूत करने में सदैव समर्पित रहे।
विस्तार से प्रस्तुत:
मासस कार्यकर्ताओं की बैठक में गणेश महतो ने मासस के स्थापना के उद्देश्यों और आगामी कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने गरीब मजदूर और किसानों के मुद्दों पर ध्यान दिया और संगठन को लोकतंत्र में शामिल करने के लिए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और विभिन्न समाजिक मुद्दों पर विचार किया।
इस अवसर पर निर्णय लिया गया कि 11 जुलाई को बलियापुर प्रखंड कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय जनता को अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस प्रदर्शन का उद्देश्य है सरकारी अधिकारियों तक लोकतंत्र की आवाज पहुंचाना और समाज के विकास को गति देना।
मासस के संस्थापक सदस्यों की पुण्यतिथि मनी
निरसा के देवियाना गांव में मासस के संस्थापक सदस्य निताई चटर्जी और देवाशीष घोष की पुण्यतिथि का आयोजन किया गया। यह आयोजन गरीबों और मजदूरों की आवाज को समर्पित था, जो मासस के विचारधारा और कार्यक्रमों का समर्थन करते थे। पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने इस अवसर पर दोनों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया, जिससे स्थानीय जनता ने उनके योगदान को स्वीकार किया।
विशेष ध्यान दिया गया कि निताई चटर्जी और देवाशीष घोष ने हमेशा से गरीबों, मजदूरों और असहाय वर्गों की आवाज उठाई है और उनके हित में काम किया है। उनकी पुण्यतिथि आयोजन में समाज के विभिन्न स्तरों के लोग उपस्थित थे और उनके संघर्षों को सलामी दी।
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