जमशेदपुर में छिपा बैठा था पटना का कुख्यात अपराधी दिवाकर सिंह, बिहार एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
हत्या, अपहरण और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में शामिल—पटना के टॉप 10 मोस्ट वांटेड में था नाम
जमशेदपुर: बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने झारखंड पुलिस की मदद से एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पटना जिले के टॉप 10 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में शामिल कुख्यात आरोपी दिवाकर सिंह को एसटीएफ न जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। दिवाकर सिंह, पटना के फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के आदर्श कॉलोनी रोड का रहने वाला है और उसके खिलाफ हत्या, अपहरण, रंगदारी और आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
धोनी हत्याकांड के बाद आया था सुर्खियों में
बाइकर्स गैंग की वर्चस्व लड़ाई में उज्ज्वल उर्फ धोनी की हुई थी हत्या | दिवाकर सिंह का नाम सबसे पहली बार राज्य में तब चर्चाओं में आया, जब वर्ष 2023 में पटना के शास्त्रीनगर क्षेत्र में दो बाइकर्स गैंग की वर्चस्व की लड़ाई में उज्ज्वल कुमार उर्फ धोनी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज मर्डर केस में दिवाकर सिंह भी प्रमुख आरोपियों में शामिल था।
इसके अलावा उसके ऊपर—
- फुलवारीशरीफ में अपहरण का मामला,
- शास्त्रीनगर में एक और हत्या,
- आर्म्स एक्ट के कई केस,
- और अवैध हथियार सप्लाई से जुड़े आरोप दर्ज हैं।
पुलिस के अनुसार दिवाकर, पटना के आपराधिक जगत में तेजी से उभरता हुआ चेहरा था, जिसका गिरोह इलाके में दहशत फैलाने के लिए कुख्यात था।
लगातार फरार, पुलिस पर हमला कर बच निकलता था दिवाकर
कई बार दबिश के बावजूद हाथ नहीं लगा था अपराधी धोनी की हत्या के बाद दिवाकर सिंह लगातार फरार चल रहा था। पटना पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर कई बार छापेमारी की, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देने में सफल रहा।
वह मोबाइल फोन लगातार बदलता, ठिकाने बदलता और पहचान छिपाकर दूसरे राज्यों में रहता था। उसकी गिरफ्तारी मुश्किल होती जा रही थी, इसलिए उसे टॉप 10 मोस्ट वांटेड सूची में डाल दिया गया। बिहार पुलिस ने उसके लिए टीम गठित की और राज्यों के बीच इंटेलिजेंस शेअरिंग भी प्रारंभ की।
झारखंड में छिपा रहा, पहचान भी बदल ली—जमशेदपुर में बनाकर रखा था ठिकाना
उलीडीह थाना क्षेत्र में किराये के घर में रह रहा था आरोपी एसटीएफ को विश्वसनीय इनपुट मिला कि दिवाकर सिंह बिहार से बाहर निकलकर झारखंड के जमशेदपुर में अपना ठिकाना बना चुका है। वह वहां अपनी पहचान छिपाकर उलीडीह थाना क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहा था। सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपना लुक बदल लिया था और कभी मोबाइल का उपयोग नहीं करता था। वह स्थानीय लोगों से दूरी बनाए रखता था और बाहरी संपर्क सीमित रखता था।
संयुक्त अभियान में धरा गया अपराधी—बिहार एसटीएफ और झारखंड पुलिस का ऑपरेशन सफल लोकेशन ट्रैप लगाकर घर में घुसकर गिरफ्तार किया गया | एसटीएफ को इनपुट मिलने के बाद टीम ने झारखंड पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त छापेमारी अभियान शुरू किया। लोकेशन कन्फर्म करने के बाद टीम बुधवार देर रात उलीडीह में आरोपी के ठिकाने पर पहुंची।
कड़ी घेराबंदी के बाद पुलिस ने उसे मौके पर ही हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के दौरान दिवाकर ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे भागने का कोई मौका नहीं दिया गया। सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक मोबाइल, कुछ दस्तावेज और बुनियादी सामान मिले हैं। पुलिस उसके नेटवर्क और हथियार सप्लाई लाइन की पड़ताल करने में जुटी है।
अब पटना लाया जाएगा—पूछताछ में कई खुलासे की उम्मीद
कई गैंग और आपराधिक नेटवर्क से जुड़ाव की आशंका I दिवाकर सिंह को ट्रांजिट रिमांड लेकर बिहार लाया जाएगा। पुलिस मान रही है कि पूछताछ में—
- धोनी हत्याकांड,
- गैंग युद्ध,
- हथियार सप्लाई नेटवर्क,
- और हाल के अपराधों
को लेकर कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। उसके संपर्क में कई कुख्यात अपराधियों के होने की भी संभावना है।
बिहार–झारखंड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने बड़ी सफलता दिलाई
दिवाकर सिंह जैसे मोस्ट वांटेड अपराधी की गिरफ्तारी को बिहार पुलिस एक बड़ी उपलब्धि मान रही है। इससे न सिर्फ राजधानी पटना के गैंगवार नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है, बल्कि कई आपराधिक मामलों में आगे की जांच को भी नई दिशा मिलेगी।



