दिशोम गुरुजी शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित हो : झामुमो महासचिव विनोद पांडेय

दिशोम गुरु शिबू सोरेन दिशोम गुरु शिबू सोरेन

रांची, 21 अगस्त : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने गुरुवार को कहा कि आगामी झारखंड विधानसभा का पूरक मानसून सत्र (22 से 28 अगस्त) ऐतिहासिक होना चाहिए। इस दौरान सदन को स्मृति-शेष दिशोम गुरुजी शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजना चाहिए।

Maa RamPyari Hospital

उन्होंने कहा कि 22 अगस्त को जहां अनुपूरक बजट पेश होगा और दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी, वहीं 26 अगस्त को अतिवृष्टि और किसानों की समस्याओं पर विशेष चर्चा होगी। इसी बीच सत्ताधारी दल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सदन की आवाज गुरुजी के सम्मान में एकजुट होकर दिल्ली तक पहुंचे।

गुरुजी का जीवन त्याग और संघर्ष का प्रतीक
विनोद पांडेय ने कहा कि शिबू सोरेन का संपूर्ण जीवन त्याग, संघर्ष और सेवा का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने झारखंड की जनता को नशाखोरी और महाजनी प्रथा से मुक्ति दिलाने के लिए जनांदोलन छेड़ा। आदिवासी समाज को शिक्षा और सामाजिक चेतना से जोड़ते हुए उन्होंने झारखंड अलग राज्य आंदोलन को निर्णायक मुकाम तक पहुंचाया।

whatsapp channel

Sarla Birla Happy Children Day

Telegram channel

उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य की मांग को उन्होंने दिल्ली तक एक विराट आंदोलन का स्वरूप दिया। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी गुरुजी ने हमेशा जनहित को सर्वोपरि रखा।

whatsapp image 2025 08 04 at 10413 pm 1 1754293254 1

केंद्र और भाजपा सांसदों से भी पहल की मांग
विनोद पांडेय ने कहा कि गुरुजी का योगदान इतना अद्वितीय है कि केंद्र सरकार को स्वयं ही उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करनी चाहिए थी। उन्होंने भाजपा सांसदों और विधायकों से भी आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर आगे आएं, क्योंकि दिशोम गुरु एक सर्वमान्य नेता और सामाजिक न्याय के योद्धा थे।

Dev Nadraj Public School

झारखंड ही नहीं, पूरा देश गौरवान्वित होगा
पांडेय ने कहा—

“अगर झारखंड विधानसभा से भारत रत्न देने का प्रस्ताव पारित होकर केंद्र सरकार तक जाएगा, तो यह न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक और सामाजिक मूल्यों को गौरवान्वित करेगा। हम सत्ताधारी दल से आग्रह करते हैं कि इस प्रस्ताव को प्राथमिकता से सदन में लाया और पारित कराया जाए।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *