लोक गायिका मैथिली ठाकुर बीजेपी में शामिल, चुनावी सियासत में बढ़ा रोमांच
पटना: बिहार की मशहूर लोकगायिका और युवा चेहरों में लोकप्रिय मैथिली ठाकुर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। बिहार बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक समारोह में बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी कार्यक्रम में भरत बिंद, जो अब तक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक थे, ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया। इस कदम को बिहार की राजनीति में एक बड़ा राजनीतिक संकेत माना जा रहा है।
चुनाव नहीं, पार्टी का आदेश ही अंतिम — मैथिली
बीजेपी में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मैथिली ठाकुर ने कहा—
“मैंने पार्टी की विचारधारा और नेतृत्व में विश्वास जताते हुए बीजेपी की सदस्यता ली है। मेरा मकसद केवल चुनाव लड़ना नहीं है। अगर पार्टी आदेश देगी तो मैं चुनाव भी लड़ूंगी।”
मैथिली ने कहा कि राजनीति में उनकी एंट्री लोगों से जुड़ने और समाज के लिए कुछ करने की भावना से प्रेरित है। पिछले कुछ महीनों से वह बीजेपी नेताओं के संपर्क में थीं और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर उनके नाम पर चर्चा भी चल रही थी।
अलीनगर सीट से उम्मीदवारी की चर्चा तेज
सूत्रों के अनुसार, मैथिली ठाकुर को दरभंगा जिले की अलीनगर सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें तेज हैं। हालांकि पार्टी की पहली सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें एक प्रभावशाली महिला और युवा चेहरा मानते हुए विशेष रणनीति के तहत उतार सकती है। दरभंगा मैथिली ठाकुर का गृह क्षेत्र है और वहां उनकी मजबूत लोकप्रियता भी है। पिछले दिनों मैथिली ठाकुर ने कहा था कि अगर वह राजनीति में कदम रखेंगी तो अपने गांव से शुरुआत करना चाहेंगी क्योंकि वहां से उनका भावनात्मक जुड़ाव है।
“अगर मैं अपने गांव से शुरुआत करूं तो लोगों को करीब से समझने और उनसे जुड़ने का मौका मिलेगा। राजनीति में मेरा मकसद सीखना और समाज के लिए योगदान देना है।” — मैथिली ठाकुर
भाजपा नेताओं से हो चुकी थी मुलाकात
बीजेपी में शामिल होने से पहले मैथिली ठाकुर ने विनोद तावडे (भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी) और नित्यानंद राय (केंद्रीय गृह राज्य मंत्री) से मुलाकात की थी। इन मुलाकातों के बाद ही उनके बीजेपी में शामिल होने और चुनावी राजनीति में उतरने की अटकलें तेज हो गई थीं। नर्मदा महोत्सव में भी उन्होंने सार्वजनिक रूप से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के संकेत दिए थे।
भरत बिंद ने भी छोड़ा RJD का साथ
इस मौके पर आरजेडी विधायक भरत बिंद ने भी बीजेपी ज्वाइन की। उन्होंने कहा—
“मैंने बिहार के विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को देखते हुए बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया है। अब मैं संगठन के साथ मिलकर काम करूंगा।”
भरत बिंद का बीजेपी में शामिल होना आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। चुनाव से पहले इस तरह के राजनीतिक फेरबदल से बिहार की सियासत में हलचल बढ़ गई है।
युवा और महिला वोट बैंक को साधने की रणनीति
बीजेपी ने बिहार में महिला और युवा वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए मैथिली ठाकुर को पार्टी में शामिल कर बड़ा दांव खेला है। मैथिली सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और उनकी लोकप्रियता केवल बिहार ही नहीं, पूरे देश में फैली हुई है। पार्टी को उम्मीद है कि उनके जुड़ने से युवा वोटरों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मैथिली ठाकुर की साफ-सुथरी छवि, लोक संस्कृति से जुड़ाव और जनप्रियता को बीजेपी चुनावी अभियान में एक बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकती है।
बिहार चुनाव से पहले बड़ा सियासी संदेश
मैथिली ठाकुर और भरत बिंद का बीजेपी में शामिल होना यह संकेत देता है कि पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नए चेहरों पर बड़ा दांव खेलने के मूड में है। इससे न केवल विपक्षी दलों में चिंता बढ़ी है बल्कि बीजेपी के संगठनात्मक विस्तार को भी बल मिलेगा।



