उरीमारी गोलीकांड में सनसनी, राहुल दुबे गैंग ने ली जिम्मेदारी
व्यापारी की स्कॉर्पियो पर फायरिंग के बाद खुली धमकी से दहशत
Hazaribagh :जिले के सयाल उरीमारी क्षेत्र में मंगलवार रात व्यापारी सोनाराम मांझी की काली स्कॉर्पियो पर हुई गोलीबारी की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस वारदात के बाद अब मामला और गंभीर हो गया है। बुधवार सुबह राहुल दुबे गैंग नामक आपराधिक गिरोह ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से धमकी भरा संदेश जारी कर गोलीकांड की जिम्मेदारी ली है।
“यह सिर्फ चेतावनी थी, अगली बार खोपड़ी खोल देंगे”
राहुल दुबे गैंग ने अपने संदेश में व्यापारी सोनाराम मांझी को सीधे तौर पर चेतावनी दी है। गैंग ने कहा है कि स्कॉर्पियो पर किया गया हमला सिर्फ डराने और चेताने के लिए था, ताकि “कान का पर्दा खुले।” संदेश में यह भी धमकी दी गई है कि यदि व्यापारी “नहीं सुधरा”, तो अगली बार गाड़ी नहीं, बल्कि सीधे उसकी खोपड़ी खोली जाएगी।
इस भाषा और अंदाज ने साफ कर दिया है कि गैंग का मकसद दहशत फैलाना और रंगदारी के लिए दबाव बनाना है।
स्थानीय व्यापारियों को भी दी खुली धमकी
गैंग की चेतावनी यहीं तक सीमित नहीं रही। राहुल दुबे गैंग ने उन सभी स्थानीय व्यापारियों को भी खुलेआम धमकाया है, जो कथित तौर पर उनके “फोन कॉल” का जवाब नहीं दे रहे हैं या अनदेखी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि यह कॉल रंगदारी या लेवी से जुड़े हुए हैं।
गैंग ने संदेश के जरिए साफ किया है कि कॉल रिसीव न करने या बात न मानने वालों को इसका गंभीर अंजाम भुगतना पड़ सकता है।
इलाके में दहशत का माहौल
गोलीबारी और उसके बाद सामने आई धमकी के बाद उरीमारी और आसपास के इलाकों में डर और दहशत का माहौल है। व्यापारी वर्ग खास तौर पर सहमा हुआ है। कई व्यापारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहले भी उन्हें धमकी भरे फोन आते रहे हैं, लेकिन इस तरह खुलेआम गोलीकांड की जिम्मेदारी लेना बेहद गंभीर संकेत है।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
इस घटना के बाद पुलिस के लिए कानून-व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती बन गया है। माना जा रहा है कि पुलिस अब
- सोशल मीडिया पर जारी धमकी की जांच
- गैंग के नेटवर्क और लोकेशन का पता लगाने
- और व्यापारियों की सुरक्षा बढ़ाने पर फोकस करेगी। हालांकि, इस खबर के लिखे जाने तक पुलिस की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
रंगदारी नेटवर्क पर फिर उठे सवाल
उरीमारी गोलीकांड ने एक बार फिर क्षेत्र में सक्रिय आपराधिक गिरोहों और रंगदारी नेटवर्क पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुलेआम धमकी और गोलीबारी की जिम्मेदारी लेना यह संकेत देता है कि अपराधी खुद को बेखौफ महसूस कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई कर पाती है और क्या राहुल दुबे गैंग पर शिकंजा कस पाता है या नहीं।



