पाकुड़ में विधानसभा समिति की बैठक: विकास योजनाओं की समीक्षा पर जोर
पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ जिले में Jharkhand Legislative Assembly की अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सभापति एवं महेशपुर विधायक Stephen Marandi ने की। बैठक में सदस्य कांके विधायक Suresh Kumar, जामा विधायक Dr. Louis Marandi सहित अन्य समिति सदस्य भी मौजूद रहे।
अतिथियों का स्वागत और बैठक की शुरुआत
सभा से पूर्व उप विकास आयुक्त Mahesh Kumar Santhaliya ने सभापति और समिति सदस्यों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद विभागवार योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, विद्युत, पंचायत, परिवहन, समाज कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, उद्योग, कृषि, पशुपालन, भूमि-संरक्षण, खेल, पर्यटन, सिंचाई, ग्रामीण विकास एवं नगर परिषद सहित कई विभागों की कार्यप्रगति पर चर्चा हुई।

योजनाओं की गति और गुणवत्ता पर विशेष जोर
सभापति स्टीफन मरांडी ने बैठक में कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को न्याय और विकास से जोड़ने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि कार्यों को गति प्रदान की जाए और योजनाओं को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि लाभ वास्तविक पात्रों तक पहुंचे।

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समीक्षा
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, महेशपुर एसडीपीओ सहित कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों से योजनाओं की स्थिति पर बिंदुवार जानकारी ली गई।
अधिकारियों ने भी अपनी-अपनी विभागीय योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट समिति के समक्ष प्रस्तुत की और आगे की कार्ययोजना की जानकारी दी।

लक्ष्य—पिछड़े वर्गों का समग्र विकास
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए सभी योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। साथ ही जनहित योजनाओं में जनभागीदारी सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।
सभापति ने कहा कि विकास तभी संभव है जब योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे जिनके लिए यह बनाई गई हैं। इस दिशा में विभागों की भूमिका अहम है और उन्हें पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा।
पाकुड़ में आयोजित यह बैठक न केवल विकास योजनाओं की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण रही, बल्कि विभागों को गति देने के लिए भी दिशा-निर्देश तय किए गए। समिति ने साफ कर दिया कि अब योजनाओं में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कार्य की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।



