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झारखंड घोटाले की जांच में एसीबी का शिकंजा तेज: स्वप्ना संचिता से पूछताछ, स्निग्धा सिंह की तलाश में छापेमारी

Jharkhand Scam

रांची: झारखंड में शराब और भूमि घोटाले से जुड़े मामलों की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का शिकंजा भी और कसता जा रहा है। निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे से जुड़े भ्रष्टाचार मामलों में अब जांच का दायरा उनके परिवार और करीबी रिश्तेदारों तक पहुंच चुका है। रविवार को राजधानी रांची के कांके रोड स्थित आवास पर एसीबी की टीम ने विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता से घंटों पूछताछ की, वहीं दूसरी ओर शराब और वन भूमि घोटाले से जुड़े एक अलग मामले में स्निग्धा सिंह की तलाश तेज कर दी गई है।

कांके रोड स्थित आवास पर ACB की टीम, स्वप्ना संचिता से फिर पूछताछ
रविवार सुबह एसीबी के डीआईजी, एसपी समेत वरीय अधिकारी कांके रोड स्थित विनय चौबे के आवास पहुंचे। यहां विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता से विस्तृत पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान संपत्ति, बैंक लेनदेन, निवेश और परिजनों के नाम पर की गई खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेजों पर विशेष फोकस किया गया।

यह पहली बार नहीं है जब स्वप्ना संचिता से पूछताछ हुई हो। इससे पहले 3 दिसंबर को भी एसीबी की टीम उनके घर पहुंचकर बयान दर्ज कर चुकी है। लगातार पूछताछ से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि जांच एजेंसी उन्हें इस पूरे कथित भ्रष्टाचार नेटवर्क की एक अहम कड़ी मान रही है।

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24 नवंबर को दर्ज हुई चौथी एफआईआर, परिवार के कई सदस्य आरोपी
एसीबी ने 24 नवंबर को विनय चौबे के खिलाफ चौथी प्राथमिकी दर्ज की थी। इस एफआईआर में कुल सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इनमें निलंबित आईएएस विनय चौबे के अलावा उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता, उनके करीबी मित्र विनय सिंह और उनकी पत्नी संचिता सिंह के नाम शामिल हैं।

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इसके साथ ही चौबे के साले शिपिज त्रिवेदी, उनकी पत्नी प्रियांका त्रिवेदी और ससुर एस.एन. त्रिवेदी पर भी भ्रष्टाचार के जरिए अवैध संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जांच एजेंसी का आरोप है कि इन सभी ने एक संगठित तरीके से अवैध संपत्ति को इधर-उधर निवेश कर उसे वैध दिखाने की कोशिश की।

दूसरा मोर्चा: स्निग्धा सिंह की तलाश में बिहार तक पहुंची ACB
इसी बीच, झारखंड में शराब और भूमि घोटाले से जुड़े एक अन्य मामले में नेक्सजेन ऑटोमोबाइल के मालिक विनय कुमार सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह की तलाश भी तेज कर दी गई है। रविवार सुबह झारखंड एसीबी की तीन वाहनों वाली टीम ने बिहार के लखीसराय जिले के नयासराय इलाके में छापेमारी की।

ACB को जानकारी मिली थी कि स्निग्धा सिंह इस इलाके में छिपी हो सकती हैं। टीम ने संभावित ठिकानों पर पहुंचकर पूछताछ की और सुराग जुटाने का प्रयास किया। हालांकि अभी तक उनकी गिरफ्तारी या मौजूदगी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

बार-बार नोटिस, फिर भी पेश नहीं हुईं स्निग्धा सिंह
गौरतलब है कि नेक्सजेन ऑटोमोबाइल के संचालक विनय कुमार सिंह फिलहाल हजारीबाग जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह को शराब घोटाले और हजारीबाग की वन भूमि घोटाले से जुड़े मामलों में कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वह अब तक एसीबी के सामने पेश नहीं हुई हैं।

जांच एजेंसी उन्हें दोनों मामलों में एक बेहद अहम कड़ी मान रही है, क्योंकि कथित तौर पर कुछ संपत्तियां और लेनदेन उनके नाम पर किए गए हैं।

परिवार और करीबी नेटवर्क पर फोकस
एसीबी की जांच से यह साफ होता जा रहा है कि एजेंसी केवल मुख्य आरोपियों तक सीमित नहीं रहना चाहती। अब पूरा फोकस उस परिवारिक और करीबी नेटवर्क पर है, जिसके जरिए अवैध कमाई को सुरक्षित और छिपाने का प्रयास किया गया। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में इन मामलों में पूछताछ और छापेमारी का दायरा और बढ़ सकता है। बैंक खातों, रियल एस्टेट निवेश और कंपनियों की हिस्सेदारी से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।

जांच निर्णायक मोड़ पर
शराब और भूमि घोटाले की जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। विनय चौबे से शुरू हुई यह कार्रवाई अब उनके परिवार और सहयोगियों तक फैल चुकी है। स्वप्ना संचिता से लगातार पूछताछ और स्निग्धा सिंह की तलाश इस बात का संकेत है कि एसीबी मामले को अंजाम तक पहुंचाने के मूड में है।

आने वाले दिनों में यह साफ हो जाएगा कि यह जांच कितने बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक नामों तक पहुंचती है और क्या एसीबी दोनों मामलों में ठोस कानूनी कार्रवाई कर पाती है या नहीं। फिलहाल, झारखंड की भ्रष्टाचार जांच इतिहास के एक अहम अध्याय की शक्ल लेती जा रही है।

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