पटना में प्रियंका गांधी का नीतीश कुमार पर हमला, महिला रोजगार योजना को बताया छलावा
Priyanka Gandhi attacks Nitish Kumar बिहार चुनावी समर के बीच कांग्रेस नेता ने महिलाओं से किया संवाद, सरकार पर लुभाने का आरोप लगाया
बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गर्म हो चुकी है। राज्य में महिला मतदाताओं को लेकर राजनीतिक दलों में होड़ मची है। इसी बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी शुक्रवार को पटना पहुंचीं। यहां उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में 2,000 से अधिक महिलाओं के साथ संवाद किया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ पर जमकर निशाना साधा और इसे महिलाओं को “वोट के लिए लुभाने” की योजना करार दिया।
प्रियंका गांधी के इस दौरे को कांग्रेस के चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। बिहार में 7.64 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 3.60 करोड़ महिला वोटर हैं। यही कारण है कि कांग्रेस सहित सभी दल महिलाओं पर फोकस कर रहे हैं। पिछले तीन चुनावों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में 1.5% से 8% तक ज्यादा रही है।
नीतीश सरकार पर तीखा हमला
प्रियंका गांधी ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “चुनाव से ठीक पहले इन्हें महिलाओं की याद क्यों आ गई? पिछले 20 साल से सरकार में कौन है? इन बीस सालों में महिलाओं के लिए इन्होंने क्या किया?” उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के नाम पर भाजपा और नीतीश सरकार महिलाओं को गुमराह कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्य की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त ऑनलाइन भेजी थी। आगे चलकर इस योजना के अंतर्गत 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद और प्रशिक्षण देने की बात भी कही गई है। इस पर प्रियंका गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा, “सरकार ने अभी तो राशि की घोषणा कर दी है, क्या ये राशि हर महीने दी जाएगी? किसको दी जाएगी? क्या उन्होंने कुछ बताया है? या सिर्फ वोट के समय महिलाओं को पैसे का लालच देकर मतदान करवाना इनका मकसद है?”
महिला मतदाताओं को चेताया
प्रियंका गांधी ने कहा कि बिहार की महिलाएं अब झूठे वादों में नहीं आने वालीं। “यह सब महिला मतदाताओं को भ्रमित करने और लुभाने की एक साजिश है। लेकिन, महिलाएं अब सब समझती हैं और अब झूठे वादों में नहीं आने वालीं हैं,” उन्होंने कहा। प्रियंका ने आंगनबाड़ी सेविकाओं, आशा वर्कर्स, मनरेगा मजदूरों और जीविका दीदियों सहित विभिन्न वर्ग की महिलाओं से भी बात की और उनकी समस्याओं को सुना।
कांग्रेस का महिला सशक्तिकरण एजेंडा
प्रियंका गांधी ने संवाद के दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया है। “हमारी सरकारें जब-जब बनीं, महिलाओं के लिए रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हमने ठोस कदम उठाए। बिहार में भी अगर हमारी सरकार बनती है तो महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा दी जाएगी,” उन्होंने कहा।
मोतिहारी में रैली
पटना में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रियंका गांधी मोतिहारी रवाना हो गईं। वहां उनका हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन में उतरा, जहां से वह गाड़ी के जरिये गांधी मैदान स्थित सभा स्थल तक गईं। इस सभा में वे कांग्रेस की ‘हर घर अधिकार रैली’ को संबोधित करेंगी।
प्रियंका के इस दौरे से कांग्रेस का इरादा साफ है—महिला वोटरों में सीधी पैठ बनाना। कांग्रेस का मानना है कि महिलाओं के सवालों और अधिकारों को लेकर वह भाजपा और जदयू की तुलना में ज्यादा संवेदनशील है।
महिला वोटरों की निर्णायक भूमिका
विश्लेषकों का कहना है कि बिहार की महिला वोटर अब किसी भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने लगी हैं। 2010 के विधानसभा चुनाव में महिला वोटिंग पुरुषों से 3% ज्यादा थी, 2015 में यह अंतर 7% हो गया और 2020 में 8% तक पहुंच गया। यही वजह है कि सभी पार्टियां महिला वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही हैं।
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि बिहार की महिलाएं राज्य में बदलाव चाहती हैं और कांग्रेस इस बदलाव की अगुवाई करेगी। उन्होंने आह्वान किया कि महिलाएं इस बार अपने वोट की ताकत से भाजपा-जदयू सरकार को बाहर करें।
बिहार में जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं, राजनीतिक दलों के बीच महिलाओं को लेकर प्रतिस्पर्धा और तेज होती जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां सरकारी योजनाओं और आर्थिक मदद के जरिए महिला वोटरों को साधने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं प्रियंका गांधी इसे “चुनावी हथकंडा” बताकर हमला कर रही हैं। अब देखना होगा कि महिला वोटरों का झुकाव किस ओर होता है।



