रांची में अरशद अंसारी हत्याकांड का खुलासा, 12 घंटे में दोस्त तौसीफ गिरफ्तार
धुर्वा में गोली मारकर हत्या—रांची पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए आरोपी को हथियार समेत दबोचा, मामूली विवाद बना खूनी वारदात की वजह
रांची: रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात अरशद अंसारी की गोली मारकर हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। वारदात के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और महज 12 घंटे के भीतर हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी पुलिस ने बरामद कर ली है। यह मामला शुरुआत में जितना जटिल लग रहा था, जांच आगे बढ़ने पर उतना ही साफ होता गया कि यह कोई पूर्व-नियोजित हत्याकांड नहीं, बल्कि अचानक भड़के विवाद का खौफनाक परिणाम था।
देर रात गोली चलने की घटना के बाद धुर्वा थाना क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की तफ्तीश शुरू की। जल्द ही यह साफ हो गया कि घटना में अरशद के करीबी लोग मौजूद थे और आपसी झड़प के दौरान स्थिति बिगड़ गई। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला, प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की और आरोपी की पहचान तक पहुँच गई।
मामूली विवाद ने ले ली जान—दोस्त तौसीफ निकला हत्यारा
जांच में जो बातें सामने आईं, वे हैरान करने वाली थीं। सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि हत्या किसी गिरोह या पुराने दुश्मनी का परिणाम नहीं थी, बल्कि आपसी विवाद के दौरान अचानक हुए गाली-गलौज ने तूल पकड़ा और तौसीफ अंसारी ने गुस्से में आकर अरशद पर गोली चला दी।
दोनों सोमवार की रात अन्य लोगों के साथ आग ताप रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर अरशद और तौसीफ के बीच कहासुनी शुरू हुई। विवाद बढ़ा, और आरोप है कि तौसीफ ने पिस्तौल निकालकर अरशद पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद तौसीफ वहां से फरार हो गया और हत्या में इस्तेमाल हथियार को धुर्वा डैम के पास फेंककर छुटकारा पाने की कोशिश की।
लेकिन यह प्रयास ज्यादा समय तक सफल नहीं रहा। पुलिस ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया और कुछ ही घंटों में हथियार बरामद कर लिया। बरामद पिस्तौल की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि हथियार आरोपी के पास कैसे आया और किसने उपलब्ध कराया।
आपराधिक इतिहास भी आया सामने
जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि मृतक अरशद अंसारी का पूर्व में आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस ने बताया कि अरशद कई मामलों में संलिप्त रहा था और स्थानीय स्तर पर उसका नाम अपराध की दुनिया में जाना जाता था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अरशद और तौसीफ के बीच पुरानी कोई रंजिश थी या नहीं। प्रारंभिक जांच के अनुसार यह हत्याकांड केवल मौके पर हुए गाली-गलौज और अचानक भड़की बहस का नतीजा है।
सिटी एसपी पारस राणा ने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई इनपुट नहीं है कि इस वारदात में किसी तीसरे व्यक्ति का हाथ है। हालांकि पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए हर एंगल से जांच कर रही है ताकि किसी भी तथ्य को छोड़ा न जाए।
12 घंटे में पुलिस की सफलता—कसे शिकंजा, आरोपी धराया
अरशद की हत्या के बाद रांची पुलिस ने मामले को प्राथमिकता पर लिया। सिटी एसपी के निर्देश पर डीएसपी हटिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने पहले मृतक के भाई से पूछताछ की, जिसने उन सभी लोगों के नाम बताए जो घटना के समय अरशद के साथ आग ताप रहे थे। उसी सूची में तौसीफ का नाम भी सामने आया, जो घटना के बाद से लापता था। यह पहली बड़ी सुराग थी जिसने पुलिस को आरोपी तक पहुँचाया।
पुलिस ने शक के आधार पर इलाके की घेराबंदी शुरू की। अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की गई और मोबाइल लोकेशन के आधार पर तौसीफ की तलाश की गई। अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हत्या के बाद तौसीफ कहां-कहां गया था और क्या उसने किसी से संपर्क साधा था।
साथ ही यह भी जांच का विषय है कि आरोपी के पास अवैध हथियार कहां से आया। सिटी एसपी ने कहा कि हथियार की सप्लाई चैन, लाइसेंस और संभावित काले बाज़ार के लिंक तलाशे जा रहे हैं।
इलाके में तनाव, लेकिन पुलिस ने किया शांत वातावरण बनाए रखने का प्रयास
वारदात के बाद धुर्वा क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया था। लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए थे और घटना को लेकर गुस्सा जाहिर करने लगे थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और लोगों को आश्वस्त किया कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की मेहनत और तेजी से कार्रवाई ने स्थानीय लोगों में विश्वास पैदा किया और तनाव धीरे-धीरे कम हो गया।



