इंडिगो विमान संकट में यात्रियों को राहत, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने किराया सीमा तय की
नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइंस के विमान परिचालन संकट के बीच जहां हजारों यात्री पिछले कई दिनों से अफरा-तफरी और असुविधा का सामना कर रहे हैं, वहीं एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने राहत भरी घोषणा की है। दोनों सरकारी एयरलाइनों ने फंसे हुए यात्रियों की मदद के लिए किराया सीमा (Fare Cap) तय करने, शुल्क माफी (Fee Waiver) देने और परिचालन विस्तार (Extended Operations) की घोषणा की है।
यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब इंडिगो ने बीते छह दिनों में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की हैं, जिससे देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है।
इंडिगो की लगातार उड़ान रद्दीकरण से बिगड़ी व्यवस्था
इंडिगो एयरलाइंस ने अपने कई विमानों को रद्द करने के पीछे क्रू-रोस्टरिंग नियम, सीमित कर्मचारियों की उपलब्धता और सिस्टम से जुड़ी तकनीकी समस्याओं को कारण बताया है। इन कारणों से एयरलाइन का पूरा शेड्यूल गड़बड़ा गया और हजारों यात्री प्रभावित हुए। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख हब एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। कई यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे, वहीं कई लोग वैकल्पिक उड़ानों की तलाश में परेशान होते रहे।
हवाई किराए में बेतहाशा वृद्धि, संसद तक पहुंचा मामला
इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बाद अन्य एयरलाइनों पर अचानक यात्रियों का दबाव बढ़ गया। इसका सीधा असर किरायों पर पड़ा और कई रूट्स पर हवाई किराए में अचानक और बेतहाशा वृद्धि देखी गई। अंतिम समय में टिकट बुक करने वाले यात्रियों के लिए किराया इतना अधिक था कि सोशल मीडिया पर व्यापक नाराजगी देखने को मिली। यह मामला संसद में भी उठा, जिसके बाद सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा।
सरकार का सख्त रुख, किराया सीमा तय करने का निर्देश
मामला तूल पकड़ने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिया कि जब तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती, तब तक निर्धारित किराया सीमा का पालन किया जाए। हालांकि एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सरकार के आदेश से पहले ही चार दिसंबर को किराया सीमा तय कर दी थी। मंत्रालय के निर्देश के बाद दोनों कंपनियों ने दोबारा इसकी पुष्टि की है।
फंसे यात्रियों को विशेष राहत, कोई कैंसिलेशन फीस नहीं
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपने बयान में कहा कि वे संकट के समय यात्रियों को राहत देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। जिन यात्रियों ने चार दिसंबर तक टिकट बुक कराया है, वे 15 दिसंबर तक की यात्रा के लिए विशेष छूट के पात्र होंगे।
इन यात्रियों को:
- टिकट रद्द करने पर कोई कैंसिलेशन फीस नहीं देनी होगी
- टिकट बदलने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा यह सुविधा 8 दिसंबर तक किए गए बदलावों या रद्दीकरणों पर लागू होगी।
हेल्पलाइन नंबर और अतिरिक्त सुविधाएं
यात्रियों की सहायता के लिए एयरलाइनों ने विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
- एयर इंडिया: +91 11 6932 9333
- एयर इंडिया एक्सप्रेस: +91 124 443 5600 / +91 124 693 5600
कंपनियों ने यह भी स्पष्ट किया कि स्टूडेंट्स, सीनियर सिटिजन और सैन्य कर्मियों के लिए पहले से लागू रियायतें जारी रहेंगी। कई मामलों में यह रियायती किराया सामान्य इकोनॉमी क्लास किराए से भी कम होगा।
अतिरिक्त उड़ानें और केबिन अपग्रेड की सुविधा
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने यात्रियों के दबाव को देखते हुए अपने नेटवर्क में परिचालन को समायोजित किया है।
- अधिक सीटें उपलब्ध कराई जा रही हैं
- कुछ रूट्स पर अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की गई है
- बिना अतिरिक्त शुल्क के हाइयर केबिन अपग्रेड की सुविधा भी दी जा रही है
डीजीसीए ने इंडिगो से मांगी रिपोर्ट
मामला गंभीर होने पर डीजीसीए (DGCA) ने इंडिगो से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने सवाल उठाया है कि नए नियम लागू होने से पहले एयरलाइन के पास पर्याप्त बफर व्यवस्था थी, फिर अचानक इतने बड़े पैमाने पर उड़ानें कैसे रद्द करनी पड़ीं। डीजीसीए ने इंडिगो को दो दिनों के भीतर परिचालन व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। इंडिगो विमान संकट ने देश के एविएशन सेक्टर की तैयारियों और आपात व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की पहल से यात्रियों को कुछ हद तक राहत जरूर मिली है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इंडिगो कितनी जल्दी अपनी सेवाएं सामान्य करता है और क्या डीजीसीए की सख्ती से भविष्य में इस तरह के संकट से बचा जा सकेगा। जब तक हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाते, यात्रियों को सरकार और एयरलाइनों द्वारा जारी निर्देशों पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।



